ख़्याल नृत्य पश्चिमोत्तर भारत में स्थित राजस्थान राज्य के कई हिंदुस्तानी लोकनृत्य नाटकों में से एक है।
- ख़्याल नृत्यों का प्रचलन 16वीं सदी से है, जो लोककथाओं एवं पौराणिक कहानियों से अपनी कथावस्तु लेते हैं।
- केवल पुरुष ही ख़्याल नृत्य को करते हैं। इनकी विशेषता शक्तिशाली शारीरिक गति संचालन है, जिसमें मूकाभिनय एवं गायन शामिल है।
- ख़्याल के साथ संघात एवं तार वाद्य संगत करते हैं।
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