पंडावर्त
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पंडावर्त उत्तराखंड की लोक नृत्य शैलियों में से एक है।
- पांडवों से जुड़ी घटनाओं पर आधारित पंडावर्त शैली के लोक नृत्य वास्तव में नृत्य नाटिका के रूप में प्रस्तुत किए जाते हैं।
- ये लोक नृत्य 20 लोक नाट्यों में 32 तालों और सौ अलग-अलग स्वर लिपि में आबद्ध होते हैं।[1]
- पांडव नृत्य पांच से लेकर नौ दिन तक का हो सकता है, जिसमें कई पात्र होते हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ उत्तराखंड के लोक नृत्यों की है अलग पहचान (हिंदी) jagran.com। अभिगमन तिथि: 23 नवंबर, 2021।
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