"हिमाद्रि तुंग श्रृंग से -जयशंकर प्रसाद": अवतरणों में अंतर
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हिमाद्रि तुंग श्रृंग से, | |||
प्रबुद्ध शुद्ध भारती। | प्रबुद्ध शुद्ध भारती। | ||
स्वयंप्रभा समुज्ज्वला, | |||
स्वतंत्रता पुकारती॥ | स्वतंत्रता पुकारती॥ | ||
अमर्त्य वीर पुत्र हो, दृढ | अमर्त्य वीर पुत्र हो, दृढ प्रतिज्ञ सोच लो। | ||
प्रशस्त पुण्य पंथ है, बढ़े चलो बढ़े चलो॥ | प्रशस्त पुण्य पंथ है, बढ़े चलो बढ़े चलो॥ | ||
असंख्य कीर्ति रश्मियाँ, | असंख्य कीर्ति रश्मियाँ, | ||
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सपूत मातृभूमि के, | सपूत मातृभूमि के, | ||
रुको न शूर साहसी॥ | रुको न शूर साहसी॥ | ||
अराति सैन्य सिन्धु में, सुबाड़वाग्नि से जलो। | |||
प्रवीर हो जयी बनो, बढ़े चलो बढ़े चलो॥<ref>{{cite book | last = प्रसाद | first = रत्नशंकर | title = प्रसाद ग्रंथावली ॥प्रसाद वांङमय॥ | edition = 1985 | publisher = वर्द्धमान मुद्रणालय जवाहरनगर, वाराणसी | location = भारतडिस्कवरी पुस्तकालय | language = [[हिन्दी]] | pages = पृष्ठ सं 720 | chapter = खण्ड 2 }}</ref> | प्रवीर हो जयी बनो, बढ़े चलो बढ़े चलो॥<ref>{{cite book | last = प्रसाद | first = रत्नशंकर | title = प्रसाद ग्रंथावली ॥प्रसाद वांङमय॥ | edition = 1985 | publisher = वर्द्धमान मुद्रणालय जवाहरनगर, वाराणसी | location = भारतडिस्कवरी पुस्तकालय | language = [[हिन्दी]] | pages = पृष्ठ सं 720 | chapter = खण्ड 2 }}</ref> | ||
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13:35, 30 सितम्बर 2013 के समय का अवतरण
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प्रयाणगीत[1]
हिमाद्रि तुंग श्रृंग से, |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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