"सोनी जी की नसियाँ अजमेर": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
No edit summary
 
(एक दूसरे सदस्य द्वारा किए गए बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
*[[राजस्थान]] के शहर [[अजमेर]] में कई [[अजमेर पर्यटन|पर्यटन स्थल]] है जिनमें से ये एक है।
[[चित्र:Soniji-Ki-Nasiyan.jpg|thumb|150px|सोनी जी की नसियाँ, [[अजमेर]]]]
*करोली के [[लाल रंग|लाल]] पत्थरों से बना यह खूबसूरत दिगंबर मंदिर जैन तीर्थंकर आदिनाथ का मंदिर है।  
'''सोनी जी की नसियाँ''' [[राजस्थान]] राज्य के [[अजमेर]] में स्थित एक [[जैन मंदिर]] है।
*यह 1864-1865 ईस्वी का बना हुआ हैं।
*करोली के [[लाल रंग|लाल]] पत्थरों से बना यह ख़ूबसूरत दिगंबर मंदिर जैन तीर्थंकर आदिनाथ का मंदिर है।  
*लाल पत्थरों से बना होने के कारण इसे लाल मंदिर भी कहा जाता है।  
*यह मंदिर 1864-1865 ईस्वी का बना हुआ हैं।
*लाल पत्थरों से बना होने के कारण इसे 'लाल मंदिर' भी कहा जाता है।  
*इसमें एक स्वर्ण नगरी भी है जिसमें [[जैन धर्म]] से सम्बंधित पौराणिक दृश्य, [[अयोध्या]] नगरी, प्रयागराज के दृश्य अंकित हैं।  
*इसमें एक स्वर्ण नगरी भी है जिसमें [[जैन धर्म]] से सम्बंधित पौराणिक दृश्य, [[अयोध्या]] नगरी, प्रयागराज के दृश्य अंकित हैं।  
*यह स्वर्ण नगरी अपनी बारीक़ कारीगिरी और पिच्चीकारी के लिये प्रसिद्ध है।
*यह स्वर्ण नगरी अपनी बारीक कारीगिरी और पिच्चीकारी के लिये प्रसिद्ध है।
{{लेख प्रगति  
{{लेख प्रगति  
|आधार=
|आधार=
पंक्ति 13: पंक्ति 15:
}}
}}
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{जैन धर्म2}}
{{राजस्थान के पर्यटन स्थल}}
{{राजस्थान के पर्यटन स्थल}}
 
[[Category:जैन धार्मिक स्थल]][[Category:जैन मन्दिर]][[Category:धार्मिक स्थल कोश]]
[[Category:अजमेर के पर्यटन स्थल]][[Category:राजस्थान]][[Category:राजस्थान के पर्यटन स्थल]][[Category:पर्यटन कोश]]
[[Category:अजमेर के पर्यटन स्थल]][[Category:राजस्थान]][[Category: राजस्थान के धार्मिक स्थल]][[Category:राजस्थान के पर्यटन स्थल]][[Category:पर्यटन कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

06:22, 6 अगस्त 2012 के समय का अवतरण

सोनी जी की नसियाँ, अजमेर

सोनी जी की नसियाँ राजस्थान राज्य के अजमेर में स्थित एक जैन मंदिर है।

  • करोली के लाल पत्थरों से बना यह ख़ूबसूरत दिगंबर मंदिर जैन तीर्थंकर आदिनाथ का मंदिर है।
  • यह मंदिर 1864-1865 ईस्वी का बना हुआ हैं।
  • लाल पत्थरों से बना होने के कारण इसे 'लाल मंदिर' भी कहा जाता है।
  • इसमें एक स्वर्ण नगरी भी है जिसमें जैन धर्म से सम्बंधित पौराणिक दृश्य, अयोध्या नगरी, प्रयागराज के दृश्य अंकित हैं।
  • यह स्वर्ण नगरी अपनी बारीक कारीगिरी और पिच्चीकारी के लिये प्रसिद्ध है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख