हनुमानगढ़
हनुमानगढ़
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विवरण | हनुमानगढ़ में एक प्राचीन क़िला है, जिसका पुराना नाम भटनेर था। भटनेर भट्टीनगर का अपभ्रंश है, जिसका अर्थ भट्टी अथवा भट्टियों का नगर है। |
राज्य | राजस्थान |
ज़िला | हनुमानगढ़ |
भौगोलिक स्थिति | उत्तर- 29°35, पूर्व- 74°19 |
मार्ग स्थिति | हनुमानगढ़ दिल्ली से 351 किमी, जयपुर से 400 किमी, उदयपुर से 682 किमी की दूरी पर स्थित है। |
कब जाएँ | अक्तूबर से फ़रवरी |
कैसे पहुँचें | हवाई जहाज़, रेल, बस आदि |
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भटिंडा हवाई अड्डा और बीकानेर हवाई अड्डा |
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हनुमानगढ़ जंक्शन |
क्या देखें | भटनेर क़िला, कालीबंगा संग्रहालय, सिल्ला माता मंदिर, गोगामेड़ी मंदिर |
एस.टी.डी. कोड | 01552 |
ए.टी.एम | लगभग सभी |
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गूगल मानचित्र |
भाषा | हिंदी, राजस्थानी, अंग्रेजी |
अन्य जानकारी | मंगलवार के दिन इस क़िले पर अधिकार होने के कारण इस क़िले में एक छोटा सा हनुमान जी का मंदिर बनवाया गया तथा उसी दिन से उसका नाम हनुमानगढ़ रखा गया। |
अद्यतन | 15:43, 24 नवम्बर 2011 (IST)
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हनुमानगढ़ नगर, उत्तर राजस्थान, पश्चिमोत्तर भारत, में घग्घर नदी के दाऐं तट पर स्थित है। हनुमानगढ़ को 'सादुलगढ़' भी कहते हैं। यह बीकानेर से 144 मील उत्तर-पूर्व में बसा हुआ है। यहाँ एक प्राचीन क़िला है, जिसका पुराना नाम भटनेर था। भटनेर भट्टीनगर का अपभ्रंश है, जिसका अर्थ भट्टी अथवा भट्टियों का नगर है।
स्थिति
बीकानेर राज्य के दो प्रमुख क़िलों में से 'हनुमानगढ़ दूसरा क़िला' है। यह क़िला लगभग 52 बीघे भूमि में फैला हुआ है और ईंटों से सुदुढ़ बना है। चारों ओर की दीवारों पर बुर्जियाँ बनी हैं। क़िले का एक द्वार कुछ अधिक पुराना प्रतीत होता है। प्रधान प्रवेश द्वार पर संगमरमर के काम के चिह्न अब तक विद्यमान हैं। कहा जाता है कि इस क़िले में कई गुम्बदाकार इमारतें बनी थीं पर अब वह नहीं हैं। क़िले के एक द्वार के पत्थर पर 1620 ई. खुदी है। उसके नीचे राजा का नाम व 6 रानियों की आकृतियाँ भी बनी हैं जो अब स्पष्ट नहीं हैं। क़िले के भीतर का जैन उपासरा प्राचीन है। क़िले में एक लेख फ़ारसी लिपि में लगा है, जिससे बताया जाता है कि यह बादशाह की आज्ञा से 'कद्दवाहा राय मनोहर' ने संवत 1665 (1608 ई.) में 'मनोहर पोल नाम का दरवाज़ा' बनवाया था।