लक्ष्य सेन

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लक्ष्य सेन
लक्ष्य सेन
पूरा नाम लक्ष्य सेन
जन्म 16 अगस्त, 2001
जन्म भूमि अल्मोड़ा, उत्तराखंड
अभिभावक माता- निर्मला धीरेंद्र सेन

पिता- धीरेंद्र के सेन

कर्म भूमि भारत
खेल-क्षेत्र बैडमिंटन
विद्यालय बेर्शेबा सीनियर सेकेंडरी स्कूल, हल्द्वानी, उत्तराखंड

प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी, बेंगलुरु

प्रसिद्धि भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी
नागरिकता भारतीय
विश्व चैम्पियनशिप हुएल्वा, 2021 - पुरुष एकल - कांस्य पदक
थॉमस कप बैंकॉक, 2022 - पुरुष टीम - स्वर्ण पदक
कॉमनवेल्थ गेम्स बर्मिघम, 2022 - पुरुष एकल - स्वर्ण पदक

बर्मिघम, 2022 - मिश्रित टीम - रजत पदक

एशिया टीम चैम्पियनशिप मनीला, 2020 - पुरुष टीम - कांस्य पदक
वर्ल्ड यूनियर चैम्पियनशिप मरखम, 2018 - पुरुष एकल - कांस्य पदक
एशियन जूनियर चैम्पियनशिप जकार्ता, 2018 - पुरुष एकल - स्वर्ण पदक

बैंकॉक, 2016 - पुरुष एकल - कांस्य पदक

यूथ ओलम्पिक खेल ब्यूनस आयर्स, 2018 - मिश्रित टीम - स्वर्ण पदक
कद 5 फीट 10 इंच
अद्यतन‎

लक्ष्य सेन (अंग्रेज़ी: Lakshya Sen, जन्म- 16 अगस्त, 2001) भारत के प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। बर्मिंघम, इंग्लैंड में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में उन्होंने भारत के लिये स्वर्ण पदक जीता है। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के आखिरी दिन भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने बैडमिंटन के पुरुष एकल के फाइनल में मलेशिया के जी योंग एनजी को हराकर यह पदक अपने नाम किया। भारतीय खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने इस मैच में 19-21, 21-9, 21-16 से जीत दर्ज की।

==शुरुआती जीवन– लक्ष्य सेन का जन्म 16 अगस्त, 2001 को अल्मोड़ा, उत्तराखंड में हुआ था। उनके पिता का नाम धीरेंद्र के सेन है, जो बैडमिंटन कोच हैं। उनकी माता का नाम निर्मला धीरेंद्र सेन है और वह एक शिक्षिका हैं। उनका एक बड़ा भाई चिराग सेन है, जो अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी है।

शिक्षा

लक्ष्य सेन ने बेर्शेबा सीनियर सेकेंडरी स्कूल, हल्द्वानी, उत्तराखंड में पढ़ाई की। बाद में उन्हें प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी, बेंगलुरु में प्रवेश मिला।

कॅरियर

लक्ष्य सेन ने अपना कॅरियर अपने पिता के साथ बैडमिंटन खेलकर शुरू किया, जहाँ यह शुरुआती दौर में यूनियन बैंक ऑल इंडिया सब जूनियर बैडमिंटन टूर्नामेंट में खलेने जाते थे। उन्होंने प्रकाश पादुकोण एकडेमी बैंगलोर में प्रशिक्षण लेने के बाद कम उम्र में ही बैडमिंटन खिलाड़ी के रूप में शानदार प्रतिभा दिखाई और 2016 में जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन कर कांस्य पदक जीता। इसके साथ ही सीनियर अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा की और 2016 में इंडिया इंटरनेशनल सीरीज टूर्नामेंट में गोल्ड पदक जीतकर पुरुष एकल का खिताब जीता।[1]

जिसके बाद फ़रवरी 2017 में लक्ष्य सेन ने बीडब्ल्यूएफ़ वर्ल्ड जूनियर रैंकिंग में नंबर एक जूनियर एकल खिलाड़ी बन गए। इसके साथ ही उन्होंने 2017 में भारत अंतराष्ट्रीय श्रृंखला और युरोपियन बलगेरियाई ओपन जैसे कई खिताब अपने नाम किए, इसके साथ ही सेन ने टाटा ओपन इंडिया इंटरनेशनल में रजत पदक अपने नाम किया। वर्ष 2018 में जकार्ता (इंडोनेशिया) में एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में एकल वर्ग में गोल्ड पदक जीता। इसके साथ ही युवा ओलिंपिक खेल ब्यूनस (आयर्स) में एकल वर्ग में उपविजेता के तौर पर रजत पदक हांसिल किया और युवा ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले भारतीय शटलर बन गए। लक्ष्य सेन ने जापान के युसुके ओनोडेरा को हरकार डच ओपन एकल खिताब जीतकर अपना पहला बीडब्ल्यूएफ खिताब जीता।

लक्ष्य सेन ने नवम्बर 2019 में जर्मनी के सारब्रुकेन में आयोजित सारलोर लक्स ओपन में चीन के वेंग होंग यांग को हराकर खिताब अपने नाम किया। इसके बाद नवंबर में स्कॉटिश ओपन में ब्राजील के यगोर केएलहो को हराकर जीत के साथ पुरुष एकल का खिताब अपने नाम किया। वर्ष 2021 के विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुँचे जहाँ वह हमवतन किदांबी श्रीकांत से हारकर कांस्य पदक तक सीमित रह गए। जिसके बाद वर्ष 2022 में उन्होंने इंडिया ओपन फाइनल में सिंगापुर के मौजूद विश्व चैंपियन लोह किन यू को हराकर अपना पहला सुपर 500 खिताब जीता। इसके साथ ही हाल ही में हुए जर्मन ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट में लक्ष्य सेन ने टोक्यो ओलंपिक्स विक्टर एक्ससेलसन को हराकर सेमीफइनल में जीत हासिल की, जिसके बाद फाइनल में थाईलैंड के कुनलावुत वितिदसारन के खिलाफ टूर्नामेंट में हार का सामना कर दूसरा स्थान हासिल किया।

कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 में

लक्ष्य सेन ने 7 अगस्त, 2022 को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में अपने पहले फाइनल में प्रवेश करने के लिए अपनी लय हासिल की। अगले मैच में दुनिया के 10वें नंबर के लक्ष्य सेन ने सिंगापुर की 87-रैंक वाली जिया हेंग ते के खिलाफ दबदबे वाली शुरुआत की। पहले वह थोड़ा भटक गए थे, लेकिन फिर स्वयं को सम्भाल लिया। हालांकि लक्ष्य सेन ने पुरुष एकल सेमीफाइनल में 21-10, 18-21, 21-16 से जीत दर्ज की थी। लक्ष्य सेन ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के पुरुष एकल फाइनल में धमाकेदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पहला गेम गंवाने के बाद जोरदार पलटवार किया और मलेशिया के त्जे यंग को 19-21, 21-9, 21-16 से हराया और स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

उपलब्धियाँ

  • लक्ष्य सेन ने 2016 में जूनियर एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।[2]
  • उन्होंने इंडिया इंटरनेशनल सीरीज़ में पुरुष एकल का खिताब जीता।
  • फ़रवरी 2017 में वर्ल्ड जूनियर रैंकिंग में नंबर एक जूनियर एकल खिलाड़ी का दर्जा दिया गया।
  • 2018 में उन्होंने जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता।
  • 2018 में लड़कों के एकल में एशियाई जूनियर चैंपियनशिप और मिश्रित टीम स्पर्धा में ग्रीष्मकालीन युवा ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते।
  • 2019 में उन्होंने डच ओपन में पुरुष एकल जीता।
  • नवंबर 2019 में उन्होंने सारलोरलक्स ओपन जीता।
  • नवंबर 2019 में उन्होंने स्कॉटिश ओपन में पुरुष एकल का खिताब जीता।
  • 2020 में वह बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे।
  • दिसम्बर 2021 में उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
  • 2022 में वह ऑल इंग्लैंड ओपन के फाइनल में पहुंचे।


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शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. लक्ष्य सेन जीवन परिचय, उम्र, कैरियर, परिवार (हिंदी) pmmodiyojanaye.in। अभिगमन तिथि: 08 सितंबर, 2021।
  2. लक्ष्य सेन का जीवन परिचय (हिंदी) shubhamsirohi.com। अभिगमन तिथि: 08 सितंबर, 2021।

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