मधुमिता बिष्ट
मधुमिता बिष्ट
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पूरा नाम | मधुमिता बिष्ट |
जन्म | 5 अक्टूबर, 1964 |
जन्म भूमि | पश्चिम बंगाल |
कर्म भूमि | भारत |
खेल-क्षेत्र | बैडमिंटन |
पुरस्कार-उपाधि | अर्जुन पुरस्कार (1982) |
प्रसिद्धि | बैडमिंटन खिलाड़ी |
नागरिकता | भारतीय |
अन्य जानकारी | मधुमिता बिष्ट वर्ष 1977 में सब जूनियर बैडमिंटन चैंपियन बनीं और अपने कॅरियर में आठ बार भारतीय राष्ट्रीय महिला एकल बैडमिंटन का खिताब जीता है। |
अद्यतन | 15:48, 8 मई 2021 (IST)
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मधुमिता बिष्ट (अंग्रेज़ी: Madhumita Bisht, जन्म- 5 अक्टूबर, 1964) पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। उन्हें 'उत्तराखंड की बैडमिंटन क्वीन' कहा जाता है। मधुमिता बिष्ट ने आठ बार 'राष्ट्रीय एकल चैम्पियनशिप', 9 बार युगल विजेता और बारह बार मिश्रित युगल चैंपियनशिप जीती है।
परिचय
मधुमिता बिष्ट का जन्म 5 अक्टूबर, 1964 को भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल में हुआ था। वह वर्ष 1977 में सब जूनियर बैडमिंटन चैंपियन बनीं और अपने कॅरियर में आठ बार भारतीय राष्ट्रीय महिला एकल बैडमिंटन का खिताब जीत चुकी हैं।
कॅरियर
1982 में मधुमिता ने एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता और 1998 में आयोजित एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा बनी थीं। मधुमिता बिष्ट ने 1992 में बार्सिलोना ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया और विश्व कप और उबेर कप टूर्नामेंट में भी भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। वर्ष 2002 में उन्होंने खेल से संन्यास ले लिया और अपने भारतीय रेलवे के लिए एक सरकारी पर्यवेक्षक के रूप में और मुख्य कोच के रूप में काम किया और भारतीय खेल प्राधिकरण बैडमिंटन अकादमी में भी कार्य किया।
पुरस्कार व सम्मान
- वर्ष 1982 में अर्जुन पुरस्कार
- 2006 में पद्म श्री
मधुमिता बिष्ट ने बैडमिंटन प्रक्रिया में एकल वर्ग में 1986 से 1990 तक निरन्तर कई खिताब जीते हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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