मानवीकरण अलंकार
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
जहाँ जड़ वस्तुओं या प्रकृति पर मानवीय चेष्टाओं का आरोप किया जाता है, वहाँ मानवीकरण अलंकार होता है।[1]
- उदाहरण-
फूल हंसे कलियां मुसकाईं।
यहाँ फूलों का हँसना, कलियों का मुस्कराना मानवीय चेष्टाएँ हैं। अत: मानवीकरण अलंकार है।
इन्हें भी देखें: अलंकार, रस एवं छन्द
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिन्दी व्याकरण (हिन्दी) हिन्दीग्रामरलर्न.कॉम। अभिगमन तिथि: 15, 2014।