"कोई सुमार न देखौं -रैदास": अवतरणों में अंतर
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जाकौं जेता प्रकासै, ताकौं तेती ही सोभा।। टेक।। | जाकौं जेता प्रकासै, ताकौं तेती ही सोभा।। टेक।। | ||
हम ही पै सीखि सीखि, हम हीं सूँ मांडै। | हम ही पै सीखि सीखि, हम हीं सूँ मांडै। | ||
थोरै ही इतराइ चालै, पातिसाही | थोरै ही इतराइ चालै, पातिसाही छाडै।।1।। | ||
अति हीं आतुर बहै, काचा हीं तोरै। | अति हीं आतुर बहै, काचा हीं तोरै। | ||
कुंडै जलि एैसै, न हींयां डरै खोरै।।२।। | कुंडै जलि एैसै, न हींयां डरै खोरै।।२।। |
09:48, 1 नवम्बर 2014 का अवतरण
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कोई सुमार न देखौं, ए सब ऊपिली चोभा। |
टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |