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पंचशिख या 'पंचशिखा' भगवान महात्मा बुद्ध के द्वारा दी गईं पाँच सीख (शिक्षा) हैं। ये सीख हैं-
- 'प्राणवध' (प्राणातियात)
- चोरी (अदत्तादान)
- काम (मिथ्याचार)
- मृषावाद (असत्य भाषण)
- सुरापान (सुरामेरय-मद्यप्रमाद)
महात्मा बुद्ध ने कहा कि, इन पाँचों से विरत रहने में ही लोक कल्याण निहित है।[1]
इन्हें भी देखें: महात्मा बुद्ध, बौद्ध धर्म, पिपरावा एवं लुम्बिनी
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
भारतीय संस्कृति कोश, भाग-2 |प्रकाशक: यूनिवर्सिटी पब्लिकेशन, नई दिल्ली-110002 |संपादन: प्रोफ़ेसर देवेन्द्र मिश्र |पृष्ठ संख्या: 461 |