"मलयज" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
(''''मलयज''' (पूरा नाम: 'भरत श्रीवास्तव', जन्म : 1935, मृत्यु: [[26...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
 
(3 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 5 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''मलयज''' (पूरा नाम: 'भरत श्रीवास्तव', जन्म : [[1935]], मृत्यु: [[26 अप्रैल]], [[1982]]) [[हिंदी]] के प्रतिष्ठित कवि, लेखक और आलोचक थे। मलयज का [[रामचन्द्र शुक्ल]] की आलोचना दृष्टि को पुनर्व्याख्यायित करने में महत्त्वपूर्ण योगदान है, जिसके कारण हिंदी आलोचना जगत में ये विशेष उल्लेखनीय माने जाते हैं। ‘अपने होने का अप्रकाशित करता हुआ’ (उनका कविता संग्रह) ‘मलयज’ [[दिल्ली]] में कृषि मंत्रालय में कार्य करते थे। इनका एक कविता-संग्रह और समीक्षा-निबंधों को दो पुस्तकें प्रकाशित हैं। इन्होंने ‘[[अज्ञेय, सच्चिदानंद हीरानन्द वात्स्यायन|अज्ञेय]]’ और ‘[[शमशेर बहादुर सिंह]]’ की प्रशंसा में लंबे निबंध लिखे, जो बहुत सराहे गए। उन पर ‘पूर्वग्रह’ ([[मध्य प्रदेश]]) ने मरणोपरांत विशेषांक निकाला गया है।  
+
{{सूचना बक्सा साहित्यकार
 +
|चित्र=Malyaj.jpg
 +
|चित्र का नाम=भरत श्रीवास्तव 'मलयज'
 +
|पूरा नाम=भरत श्रीवास्तव 'मलयज'
 +
|अन्य नाम=
 +
|जन्म=[[1935]]
 +
|जन्म भूमि=[[आजमगढ़]], [[उत्तर प्रदेश]]
 +
|मृत्यु= [[26 अप्रैल]], [[1982]]
 +
|मृत्यु स्थान=[[दिल्ली]]
 +
|अभिभावक=
 +
|पालक माता-पिता=
 +
|पति/पत्नी=
 +
|संतान=
 +
|कर्म भूमि=
 +
|कर्म-क्षेत्र=
 +
|मुख्य रचनाएँ=जख़्म पर धूल, अपने होने को अप्रकाशित करता हुआ, कविता से साक्षात्कार,  संवाद और एकालाप आदि।
 +
|विषय=
 +
|भाषा=[[हिंदी]]
 +
|विद्यालय=
 +
|शिक्षा=
 +
|पुरस्कार-उपाधि=
 +
|प्रसिद्धि=
 +
|विशेष योगदान=
 +
|नागरिकता=भारतीय
 +
|संबंधित लेख=
 +
|शीर्षक 1=
 +
|पाठ 1=
 +
|शीर्षक 2=
 +
|पाठ 2=
 +
|अन्य जानकारी=इन्होंने ‘[[अज्ञेय, सच्चिदानंद हीरानन्द वात्स्यायन|अज्ञेय]]’ और ‘[[शमशेर बहादुर सिंह]]’ की प्रशंसा में लंबे निबंध लिखे, जो बहुत सराहे गए।
 +
|बाहरी कड़ियाँ=
 +
|अद्यतन=
 +
}}
 +
'''मलयज''' (पूरा नाम: 'भरत श्रीवास्तव', जन्म : [[1935]], मृत्यु: [[26 अप्रैल]], [[1982]]) [[हिंदी]] के प्रतिष्ठित [[कवि]], लेखक और आलोचक थे। मलयज का [[रामचन्द्र शुक्ल]] की आलोचना दृष्टि को पुनर्व्याख्यायित करने में महत्त्वपूर्ण योगदान है, जिसके कारण हिंदी आलोचना जगत् में ये विशेष उल्लेखनीय माने जाते हैं। ‘अपने होने का अप्रकाशित करता हुआ’ (उनका कविता संग्रह) ‘मलयज’ [[दिल्ली]] में कृषि मंत्रालय में कार्य करते थे। इनका एक कविता-संग्रह और समीक्षा-निबंधों को दो पुस्तकें प्रकाशित हैं। इन्होंने ‘[[अज्ञेय, सच्चिदानंद हीरानन्द वात्स्यायन|अज्ञेय]]’ और ‘[[शमशेर बहादुर सिंह]]’ की प्रशंसा में लंबे [[निबंध]] लिखे, जो बहुत सराहे गए। उन पर ‘पूर्वग्रह’ ([[मध्य प्रदेश]]) ने मरणोपरांत विशेषांक निकाला गया है।  
 
==प्रमुख कृतियाँ==
 
==प्रमुख कृतियाँ==
 
; कविता संग्रह
 
; कविता संग्रह
पंक्ति 5: पंक्ति 38:
 
* अपने होने को अप्रकाशित करता हुआ
 
* अपने होने को अप्रकाशित करता हुआ
 
* हँसते हुए मेरा अकेलापन
 
* हँसते हुए मेरा अकेलापन
 +
 +
 
; निबंध संग्रह
 
; निबंध संग्रह
 
* कविता से साक्षात्कार (आलोचना)
 
* कविता से साक्षात्कार (आलोचना)
पंक्ति 15: पंक्ति 50:
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
 
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
{{भारत के कवि}}
+
{{भारत के कवि}}{{आलोचक एवं समीक्षक}}
 
[[Category:कवि]][[Category:लेखक]][[Category:साहित्यकार]][[Category:आधुनिक काल]][[Category:साहित्य कोश]][[Category:चरित कोश]]
 
[[Category:कवि]][[Category:लेखक]][[Category:साहित्यकार]][[Category:आधुनिक काल]][[Category:साहित्य कोश]][[Category:चरित कोश]]
 +
[[Category:आलोचक]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 
__NOTOC__
 
__NOTOC__

05:33, 26 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

मलयज
भरत श्रीवास्तव 'मलयज'
पूरा नाम भरत श्रीवास्तव 'मलयज'
जन्म 1935
जन्म भूमि आजमगढ़, उत्तर प्रदेश
मृत्यु 26 अप्रैल, 1982
मृत्यु स्थान दिल्ली
मुख्य रचनाएँ जख़्म पर धूल, अपने होने को अप्रकाशित करता हुआ, कविता से साक्षात्कार, संवाद और एकालाप आदि।
भाषा हिंदी
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी इन्होंने ‘अज्ञेय’ और ‘शमशेर बहादुर सिंह’ की प्रशंसा में लंबे निबंध लिखे, जो बहुत सराहे गए।
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची

मलयज (पूरा नाम: 'भरत श्रीवास्तव', जन्म : 1935, मृत्यु: 26 अप्रैल, 1982) हिंदी के प्रतिष्ठित कवि, लेखक और आलोचक थे। मलयज का रामचन्द्र शुक्ल की आलोचना दृष्टि को पुनर्व्याख्यायित करने में महत्त्वपूर्ण योगदान है, जिसके कारण हिंदी आलोचना जगत् में ये विशेष उल्लेखनीय माने जाते हैं। ‘अपने होने का अप्रकाशित करता हुआ’ (उनका कविता संग्रह) ‘मलयज’ दिल्ली में कृषि मंत्रालय में कार्य करते थे। इनका एक कविता-संग्रह और समीक्षा-निबंधों को दो पुस्तकें प्रकाशित हैं। इन्होंने ‘अज्ञेय’ और ‘शमशेर बहादुर सिंह’ की प्रशंसा में लंबे निबंध लिखे, जो बहुत सराहे गए। उन पर ‘पूर्वग्रह’ (मध्य प्रदेश) ने मरणोपरांत विशेषांक निकाला गया है।

प्रमुख कृतियाँ

कविता संग्रह
  • जख़्म पर धूल
  • अपने होने को अप्रकाशित करता हुआ
  • हँसते हुए मेरा अकेलापन


निबंध संग्रह
  • कविता से साक्षात्कार (आलोचना)
  • संवाद और एकालाप (आलोचना)
  • रामचन्द्र शुक्ल (आलोचना)
  • मेरा अकेलापन (सृजनात्मक गद्य)
  • संवाद और एकालाप (आलोचनात्मक गद्य)


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख