"अग्रहरि" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
[[चित्र:maharaj agrasen.gif|thumb|250px|अग्रकुल भूषण श्री [[महाराजा अग्रसेन]]]] | [[चित्र:maharaj agrasen.gif|thumb|250px|अग्रकुल भूषण श्री [[महाराजा अग्रसेन]]]] | ||
− | अग्रहरि | + | '''अग्रहरि''' [[वैश्य]] समुदाय की एक [[हिन्दू]] जाति है। अग्रहरि वंश का गोत्र 'कश्यप' है। |
+ | |||
*अग्रहरि स्वयं को अग्रकुल भूषण वैश्य शिरोमणि [[अग्रसेन|अग्रसेन महाराज]] के वंशज मानते हैं। | *अग्रहरि स्वयं को अग्रकुल भूषण वैश्य शिरोमणि [[अग्रसेन|अग्रसेन महाराज]] के वंशज मानते हैं। | ||
− | *[[उत्तर भारत]] का यह समुदाय मुख्यतः | + | *[[उत्तर भारत]] का यह समुदाय मुख्यतः व्यापार से संबंधित रहा है। |
− | *[[महालक्ष्मी]] इस वंश की कुलदेवी | + | *[[महालक्ष्मी]] इस वंश की कुलदेवी मानी जाती हैं। |
− | *अग्रहरियों का मूल जन्मस्थान अग्रोहा है जो कि [[हिसार ज़िला]], [[हरियाणा]] में स्थित है। | + | *अग्रहरियों का मूल जन्मस्थान 'अग्रोहा' है, जो कि [[हिसार ज़िला]], [[हरियाणा]] में स्थित है। |
− | |||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} |
14:27, 26 मार्च 2012 का अवतरण
अग्रहरि वैश्य समुदाय की एक हिन्दू जाति है। अग्रहरि वंश का गोत्र 'कश्यप' है।
- अग्रहरि स्वयं को अग्रकुल भूषण वैश्य शिरोमणि अग्रसेन महाराज के वंशज मानते हैं।
- उत्तर भारत का यह समुदाय मुख्यतः व्यापार से संबंधित रहा है।
- महालक्ष्मी इस वंश की कुलदेवी मानी जाती हैं।
- अग्रहरियों का मूल जन्मस्थान 'अग्रोहा' है, जो कि हिसार ज़िला, हरियाणा में स्थित है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख