"लिपि": अवतरणों में अंतर
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== |
05:40, 12 जुलाई 2011 का अवतरण

- लिपि का शाब्दिक अर्थ होता है -लिखित या चित्रित करना।
- ध्वनियों को लिखने के लिए जिन चिह्नों का प्रयोग किया जाता है, वही लिपि कहलाती है।
- प्रत्येक भाषा की अपनी -अलग लिपि होती है।
- हिन्दी की लिपि देवनागरी है।
- हिन्दी के अलावा -संस्कृत ,मराठी, कोंकणी, नेपाली आदि भाषाएँ भी देवनागरी में लिखी जाती है। [1]
प्रमुख लिपियाँ
- देवनागरी
- ब्राह्मी
- खरोष्ठी
- शारदा लिपि
- कलिंग लिपि
- बांग्ला लिपि
- तेलुगु एवं कन्नड़ लिपि
- ग्रन्थ लिपि
- तमिल लिपि
- वट्टेळुत्तु लिपि
- सिन्धु सभ्यता लिपि
- गुरुमुखी लिपि
- हड़प्पा लिपि
- ब्राह्मी लिपि अशोक-काल
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भाषा,लिपि और व्याकरण (हिन्दी) (एच.टी.एम.एल) हिन्दीकुंज। अभिगमन तिथि: 8, जुलाई।
बाहरी कड़ियाँ
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