बंडारू दत्तात्रेय
बंडारू दत्तात्रेय
| |
पूरा नाम | बंडारू दत्तात्रेय |
जन्म | 12 जून, 1947 |
जन्म भूमि | हैदराबाद, भूतपूर्व हैदराबाद राज्य, अब तेलंगाना |
अभिभावक | पिता- बालक सुरेश
माता- मुतम्मा |
पति/पत्नी | बसंता |
संतान | एक पुत्र, एक पुत्री |
नागरिकता | भारतीय |
प्रसिद्धि | राजनीतिज्ञ |
पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
पद | राज्यपाल, हरियाणा- 7 जुलाई, 2021 से पदस्थ राज्यपाल, हिमाचल प्रदेश- 11 सितम्बर, 2019 से 6 जुलाई, 2021 तक |
शिक्षा | बीएससी |
विद्यालय | उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद |
अन्य जानकारी | बंडारू दत्तात्रेय 'लोक संघ समिति' (जयप्रकाश नारायण आंदोलन) के संयुक्त सचिव थे। आपातकाल के दौरान उन्हें जेल भेजा गया था। |
अद्यतन | 12:18, 29 अगस्त 2021 (IST)
|
बंडारू दत्तात्रेय (अंग्रेज़ी: Bandaru Dattatreya, जन्म- 12 जून, 1947, हैदराबाद, भूतपूर्व हैदराबाद राज्य, अब तेलंगाना) भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ राजनीतिज्ञों में से एक हैं। वह 7 जुलाई, 2021 से हरियाणा के राज्यपाल हैं। बंडारू दत्तात्रेय 16वीं लोकसभा में सांसद व केंद्रीय श्रम एवं राेजगार राज्यमंत्री रहे हैं। 2014 के चुनावों में उन्होंने तेलंगाना की सिकन्दराबाद सीट से भाजपा की ओर से भाग लिया था। बंडारू दत्तात्रेय ने अपना राजनीतिक कॅरियर संघ प्रचारक के तौर पर शुरू किया। आपातकाल के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। 1980 में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली और आंध्र प्रदेश यूनिट के सचिव के तौर पर काम किया।
परिचय
भाजपा के सीनियर नेता बंडारू दत्तात्रेय को उनके गृहक्षेत्र में ‘पीपुल्स लीडर’ कहा जाता है। हैदराबाद में 12 जून, 1947 को बंडारू दत्तात्रेय जन्म हुआ। उन्होंने ओसमानिया यूनिवर्सिटी, हैदराबाद से बीएससी की डिग्री हासिल की। बंडारू दत्तात्रेय ने अपना राजनीतिक करियर संघ प्रचारक के तौर पर शुरू किया। देश में आपातकाल के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। साल 1980 में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली और आंध्र प्रदेश यूनिट के सचिव के तौर पर काम किया। वह दो बार आंध्र प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी रहे हैं। इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहे।[1]
राजनीतिक कॅरियर
पूर्व केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय पहली बार 1991 में दसवीं लोकसभा के लिए चुने गए। साल 1998 में वह दूसरी बार चुनाव जीते और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में शहरी विकास मंत्री बनाए गए। इसके बाद 1999 में फिर से वह जीत हासिल कर संसद पहुंच और केंद्रीय रेल राज्यमंत्री बने। इसके बाद साल 2014 में वह अपनी सिंकराबाद सीट से चुनाव जीते और नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय राज्यमंत्री श्रम एवं रोजगार (स्वतंत्र प्रभार) बनाए गए। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें भाजपा ने टिकट नहीं दिया।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ जानिये, कौन हैं बंडारू दत्तात्रेय, जिन्होंने हिमाचल के 27वें राज्यपाल के तौर पर ली शपथ (हिंदी) hindi.news18.com। अभिगमन तिथि: 19 सितंबर, 2020।
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
क्रमांक | राज्य | राज्यपाल/उपराज्यपाल | चित्र | कार्यकाल प्रारम्भ |