नालदेहरा
नालदेहरा
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विवरण | नालदेहरा हिमाचल प्रदेश के ख़ूबसूरत पहाड़ी स्थानों में से एक है। यह अपने गोल्फ़ के मैदान और मेलों के लिए प्रसिद्ध है। |
राज्य | हिमाचल प्रदेश |
भौगोलिक स्थिति | समुद्र तल से 2044 मीटर की ऊंचाई पर। |
कब जाएँ | मार्च से जून, सितम्बर से नवम्बर |
जुबरहट्टी | |
कालका | |
शिमला और मशोबरा | |
क्या देखें | गोल्फ़ कोर्स, चब्बा, शैली पीक, महाकाली मन्दिर, कोगी माता मंदिर। |
विशेष | यहाँ की ख़ूबसूरती से प्रभावित होकर ही लॉर्ड कर्जन ने इस क्षेत्र में एक गोल्फ़ कोर्स बनाने का फैसला किया था। |
अन्य जानकारी | ब्रिटिश प्रभाव के कारण नालदेहरा में हिन्दी, बंगाली, गोरखा, नेपाली और तिब्बती भाषाओं के साथ अंग्रेज़ी भी बोली जाती है। |
नालदेहरा हिमाचल प्रदेश के ख़ूबसूरत पहाड़ी स्थानों में से एक है। यह पहाड़ी स्थान अपने गोल्फ़ के मैदान के लिए सारे भारत में प्रसिद्ध है। नालदेहरा में कई मेले भी लगते हैं। यहाँ का सिपी मेला बहुत प्रसिद्ध है, जो जून के महीने में आयोजित किया जाता है। इस स्थान पर आने का सबसे अच्छा समय जून, सितम्बर तथा नवम्बर के महीने के बीच का समय है।
खोज तथा स्थिति
ऐतिहासिक रिकॉर्ड के अनुसार अंग्रेज़ वायसराय लॉर्ड कर्जन ने इस ख़ूबसूरत पहाड़ी स्थान की खोज की थी। नालदेहरा हिमाचल प्रदेश राज्य में समुद्र स्तर से 2044 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक सुरम्य पहाड़ी शहर है। नालदेहरा का नाम दो शब्दों 'नाग' और 'डेहरा' से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है- "सांपों के राजा का निवास"। 'महूनाग मंदिर', नाग भगवान को समर्पित है जो यहाँ का एक महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। [1]
गोल्फ़ का मैदान
लॉर्ड कर्जन यहाँ के ख़ूबसूरत परिवेश से इतना चकित था कि उसने इस क्षेत्र में एक गोल्फ़ कोर्स बनाने का फैसला किया। ब्रिटिश प्रभावों के कारण, हिन्दी, बंगाली, गोरखा, नेपाली और तिब्बती, जैसी अन्य भाषाओं के अलावा इस क्षेत्र में अंग्रेज़ी बोली जाती है। यह हिल स्टेशन अपने गोल्फ़ कोर्स, जो एक सबसे पुराना और भारत में बेहतरीन माना जाता है, के लिए बहुत प्रसिद्ध है।
मेले का आयोजन
गोल्फ़ के मैदान के अतिरिक्त नालदेहरा अपने मेलों के लिए भी जाना जाता है। यहाँ लगने वाले मेलों में से एक 'सिपी मेला' है, जो यहाँ हर वर्ष जून के महीने में आयोजित किया जाता है। एक अन्य लोकप्रिय मेला 'जोतों का मेला' है, जो बैल की लड़ाई के लिए जाना जाता है। यह मेला हर साल अक्टूबर में आयोजित होता है।[1]
अन्य आकर्षण
नालदेहरा के अन्य प्रमुख आकर्षणों में निम्नलिखित हैं-
- चब्बा
- टट्टापानी
- शैली पीक
- महाकाली मंदिर
- कोगी माता मंदिर
कैसे पहुँचें
नालदेहरा भारत के अन्य भागों के साथ परिवहन के प्रमुख साधनों के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। गंतव्य के लिए निकटतम हवाई अड्डा 'जुबरहट्टी हवाई अड्डा' है, जो दिल्ली और मुंबई जैसे स्थानों के साथ जोड़ता है। इस हिल स्टेशन के लिए दिल्ली में 'इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा' निकटतम अंतरराष्ट्रीय हवाई आधार है। गंतव्य के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन 'कालका रेलवे स्टेशन' है, जो 112 किलोमीटर दूर स्थित है। यह मुंबई और नई दिल्ली जैसे शहरों के साथ अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यात्री नालदेहरा के लिये शिमला और मशोबरा से बसों पर चढ़ सकते हैं। इस ख़ूबसूरत पहाड़ी शहर का दौरा मार्च और जून तथा सितम्बर और नवम्बर के महीने के बीच किया जा सकता है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 1.2 नालदेहरा, गोल्फ़र का केन्द्र (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 17 जून, 2013।
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