आज का दिन - 11 जून 2025
राष्ट्रीय शाके 1947, 21 गते 28, ज्येष्ठ , बुधवार
विक्रम सम्वत् 2082, ज्येष्ठ , शुक्ल पक्ष , पूर्णिमा , बुधवार , ज्येष्ठा
इस्लामी हिजरी 1446, 14, ज़िलहिज्ज , बुध, क़ल्ब
ज्येष्ठ पूर्णिमा , कबीरदास जयंती , जगन्नाथजी स्नान यात्रा , राम प्रसाद बिस्मिल (जन्म) , लालू प्रसाद यादव (जन्म) , के. एस. हेगड़े (जन्म) , शाहबुद्दीन याक़ूब क़ुरैशी (जन्म) , मानसी जोशी (जन्म) , पॉल रत्नस्वामी (जन्म) , कनक रेले (जन्म) , मिहिर सेन (मृत्यु) , वासुदेव वामन शास्त्री खरे (मृत्यु) , घनश्याम दास बिड़ला (मृत्यु) , लीला नाग (मृत्यु) , सिद्धलिंगैया (मृत्यु)
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विशेष आलेख
वाराणसी
वाराणसी के विभिन्न दृश्य
एक पर्यटन स्थल
खजुराहो
खजुराहो मंदिर
भारत में, ताजमहल के बाद, सबसे ज़्यादा देखे और घूमे जाने वाले पर्यटन स्थलों में खजुराहो का नाम आता है।
खजुराहो के मंदिर भारतीय स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना हैं। खजुराहो का प्राचीन नाम खर्जुरवाहक है।
खजुराहो में ख़ूबसूरत मंदिरो में की गई कलाकारी इतनी सजीव है कि कई बार मूर्तियाँ ख़ुद बोलती हुई मालूम होती हैं।
खजुराहो, महोबा से 54 किलोमीटर दक्षिण में, छतरपुर से 45 किलोमीटर पूर्व और सतना ज़िले से 105 किलोमीटर पश्चिम मध्य प्रदेश में स्थित है। .... और पढ़ें
मनुष्य में तीनों चीज़ें वास करती हैं- मनुष्यता, पशुता और दिव्यता। -शिवानंद (दिव्योपदेश 2।26)
जीवन स्वयं में न तो अच्छा होता है, न बुरा। जैसा तुम इसे बना दो, यह तो वैसा ही अच्छा या बुरा बन जाता है। -मांतेन (निबंध) .... और पढ़ें
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
समाचार
एक व्यक्तित्व
सरोजिनी नायडू
सरोजिनी नायडू सुप्रसिद्ध कवयित्री और भारत के राष्ट्रीय नेताओं में से एक थीं।
सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फ़रवरी , सन 1879 को हैदराबाद में हुआ था। श्री अघोरनाथ चट्टोपाध्याय और वरदासुन्दरी की आठ संतानों में वह सबसे बड़ी थीं।
सरोजिनी नायडू बहुभाषाविद थीं । वह क्षेत्रानुसार अपना भाषण अंग्रेज़ी , हिन्दी , बांग्ला या गुजराती भाषा में देती थीं।
13 वर्ष की आयु में सरोजिनी नायडू ने 1300 पदों की 'झील की रानी' नामक लंबी कविता और लगभग 2000 पंक्तियों का एक विस्तृत नाटक लिखकर अंग्रेज़ी भाषा पर अपना अधिकार सिद्ध कर दिया था।
सरोजिनी नायडू को विशेषत: 'भारत कोकिला', 'राष्ट्रीय नेता' और 'नारी मुक्ति आन्दोलन की समर्थक' के रूप में सदैव याद किया जाता रहेगा।
2 मार्च सन 1949 को मृत्यु के समय सरोजिनी नायडू उत्तर प्रदेश के राज्यपाल पद पर थीं। .... और पढ़ें
पट्टदकल स्थित भैरव की मूर्ति
भैरव प्रतिमा, पट्टदकल , कर्नाटक
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