"हिरण्या नदी": अवतरणों में अंतर

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*देहोत्सर्ग भगवान [[कृष्ण]] के स्वर्ग सिधारने का स्थान है। यहीं उन्हें 'जरा' नामक व्याध ने मृग के धोखे से [[बाण]] द्वारा आहत किया था।
*देहोत्सर्ग भगवान [[कृष्ण]] के स्वर्ग सिधारने का स्थान है। यहीं उन्हें 'जरा' नामक व्याध ने मृग के धोखे से [[बाण]] द्वारा आहत किया था।


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07:14, 16 अगस्त 2014 का अवतरण

हिरण्या नदी सौराष्ट्र, गुजरात की एक छोटी-सी नदी, जो प्रभासपाटन के निकट पूर्व की ओर बहती हुई पश्चिमी समुद्र में गिरती है।

  • इस नदी में कपिला और कपिला में प्राची सरस्वती नदी मिलती है।
  • हिरण्या नदी के तट पर तीनों नदियों के संगम के निकट 'देहोत्सर्ग' नामक तीर्थ स्थित है, जिसके कुछ आगे चलकर यादव स्थली है, जहाँ यादव परस्पर लड़-भिड़ कर नष्ट हो गए थे।
  • देहोत्सर्ग भगवान कृष्ण के स्वर्ग सिधारने का स्थान है। यहीं उन्हें 'जरा' नामक व्याध ने मृग के धोखे से बाण द्वारा आहत किया था।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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