"एलिफेंटा की गुफ़ाएँ": अवतरणों में अंतर
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*एलिफेंटा की गुफाएँ में चट्टानों को काट कर मूर्तियाँ बनाई गई है। | *एलिफेंटा की गुफाएँ में चट्टानों को काट कर मूर्तियाँ बनाई गई है। | ||
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*एलिफेंटा की गुफाएँ 7 गुफाओं का सम्मिश्रण हैं, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण है महेश मूर्ति गुफा। | *एलिफेंटा की गुफाएँ 7 गुफाओं का सम्मिश्रण हैं, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण है महेश मूर्ति गुफा। | ||
*एलिफेंटा की गुफाएँ के पर्वत पर भगवान [[शिव]] की मूर्ति भी है। | *एलिफेंटा की गुफाएँ के पर्वत पर भगवान [[शिव]] की मूर्ति भी है। |
16:19, 8 जुलाई 2011 का अवतरण

Elephant Caves, Mumbai
- महाराष्ट्र के शहर मुंबई में कई पर्यटन स्थल है जिनमें से एक एलिफेंटा की गुफाएँ हैं।
- ये गुफाएँ मुंबई से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- एलिफेंटा की गुफाएँ मुम्बई महानगर के पास स्थित पर्यटकों का एक बड़ा आकर्षण केन्द्र हैं।
- इन गुफाओं को घारापुरी के पुराने नाम से जाना जाता है जो कोंकणी मौर्य की द्वीप राजधानी थी।
- एलिफेंटा की गुफाएँ में चट्टानों को काट कर मूर्तियाँ बनाई गई है।
- इस गुफा के बाहर बहुत ही मज़बूत अस्तिश्म चट्टान भी है।
- एलिफेंटा की गुफाएँ 7 गुफाओं का सम्मिश्रण हैं, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण है महेश मूर्ति गुफा।
- एलिफेंटा की गुफाएँ के पर्वत पर भगवान शिव की मूर्ति भी है।
- इसके अलावा यहाँ एक मंदिर भी है जिसके भीतर गुफा बनी हुई है।
- मंदिर में एक बड़ा हॉल है जिसमें भगवान शिव की नौ मूर्तियों के खण्ड विभिन्न मुद्राओं को प्रस्तुत करते हैं।
- इस गुफा में शिल्प कला के कक्षो में अर्धनारीश्वर, कल्याण सुंदर शिव, रावण द्वारा कैलाश पर्वत को ले जाने, अंधकारी मूर्ति और नटराज शिव की उल्लेखनीय छवियाँ दिखाई गई हैं।
- एलिफेंटा की गुफाएँ से हर तीस मिनट के बाद एक नाव जाती है जो केवल सुबह के नौ बजे से लेकर दोपहर के बारह बजे के बीच ही चलती है।
- अपोलो बंडर से एलीफेंटा के बीच नाव चलने का समय दोपहर के एक बजे से लेकर शाम बजे के बीच वापस आती है।
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