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'''हिरन मीनार''' [[फ़तेहपुर सीकरी]] की प्रसिद्ध इमारतों में से एक है। किंवदंती है कि इस मीनार के अंदर ख़ूनी हाथी हनन की समाधि है। मीनार में ऊपर से नीचे तक आगे निकले हुए हिरन के सींगों की तरह पत्थर जड़े हैं। इसके पास मैदान में [[मुग़ल]] बादशाह [[अकबर]] शिकार खेलता था। | '''हिरन मीनार''' [[फ़तेहपुर सीकरी]] की प्रसिद्ध इमारतों में से एक है। किंवदंती है कि इस [[मीनार]] के अंदर ख़ूनी हाथी हनन की समाधि है। मीनार में ऊपर से नीचे तक आगे निकले हुए हिरन के सींगों की तरह पत्थर जड़े हैं। इसके पास मैदान में [[मुग़ल]] बादशाह [[अकबर]] शिकार खेलता था। | ||
*यहाँ बेगमों के आने के लिए अकबर ने एक आवरण-मार्ग भी बनवाया था। | *यहाँ बेगमों के आने के लिए अकबर ने एक आवरण-मार्ग भी बनवाया था। |
13:25, 5 अक्टूबर 2014 के समय का अवतरण
हिरन मीनार फ़तेहपुर सीकरी की प्रसिद्ध इमारतों में से एक है। किंवदंती है कि इस मीनार के अंदर ख़ूनी हाथी हनन की समाधि है। मीनार में ऊपर से नीचे तक आगे निकले हुए हिरन के सींगों की तरह पत्थर जड़े हैं। इसके पास मैदान में मुग़ल बादशाह अकबर शिकार खेलता था।
- यहाँ बेगमों के आने के लिए अकबर ने एक आवरण-मार्ग भी बनवाया था।
- हिरन मीनार की दीवारों पर बड़े-बड़े सींगनुमा नुकीले पत्थर लगे हैं, शायद इसीलिए इसका नाम हिरन मीनार पडा था।
- कुछ इतिहासकार मानते हैं कि यहाँ जंगल से घेरकर हिरन लाए जाते थे तथा इस बुर्ज के ऊपर चढ़कर मुग़ल बेगमें उन हिरनों का शिकार करती थीं।
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