भारतीय सांख्यिकीय संस्थान

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
भारतीय सांख्यिकीय संस्थान
भारतीय सांख्यिकीय संस्थान का प्रतीक चिह्न
भारतीय सांख्यिकीय संस्थान का प्रतीक चिह्न
अन्य नाम आई.एस.आई.
उद्देश्य सांख्यिकी का शिक्षण, सांख्यिकी में अनुसंधान तथा अन्य वैज्ञानिक व सामाजिक विधाओं में सांख्यिकी का अनुप्रयोग करना
स्थापना 17 दिसम्बर, 1931
संस्थापक प्रशान्त चन्द्र महालनोबिस
मुख्यालय मुख्यालय कोलकाता में है। इसके अलावा चार केंद्र दिल्ली, बंगलौर, चेन्नई और तेजपुर में स्थित हैं।
अन्य जानकारी इसको सन् 1949 में भारतीय संसद के एक विधेयक द्वारा राष्ट्रीय महत्व की संस्था का गौरव प्राप्त है।
बाहरी कड़ियाँ आधिकारिक वेबसाइट

भारतीय सांख्यिकीय संस्थान (अंग्रेज़ी: Indian Statistical Institute संक्षिप्त नाम: आई.एस.आई.) अनुसंधान, शिक्षण एवं सांख्यिकीय के अनुप्रयोग, प्राकृतिक विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान के प्रति समर्पित एक अद्वितीय संस्था है जो कोलकाता के उत्तर उपनगरी बरानगर में स्थित है। यह एक विश्वविद्यालय भी है।

स्थापना

इसकी स्थापना सन् 17 दिसम्बर, 1931 में प्राध्यापक प्रशान्त चन्द्र महालनोबिस ने की थी। इसका कार्य सांख्यिकी का शिक्षण, सांख्यिकी में अनुसंधान तथा अन्य वैज्ञानिक व सामाजिक विधाओं में सांख्यिकी का अनुप्रयोग करना है। इसको सन् 1949 में भारतीय संसद के एक विधेयक द्वारा राष्ट्रीय महत्व की संस्था का गौरव प्राप्त है।

इतिहास

भारतीय सांख्यिकीय संस्थान, वर्ष 1931 में प्रेसीडेन्‍सी महाविद्यालय में छोटे से कक्ष के रुप में आरंभ हुआ, आज चार बड़े शहरों (कोलकाता, नई दिल्‍ली, बैंगलोर एवं हैदराबाद) में कई एकड़ भूमि पर इसके भवन शोभायमान है। जिसका आरंभ 1931 में कुल वार्षिक व्‍यय 250/- रु. से भी कम धनराशी से हुआ, आज इसका कुल वार्षिक व्‍यय, 15,000,000/- रुपया से भी अधिक है। जो 1931 में एकमात्र मानवीय ‘संगणक’ से आरंभ हुआ, आज इसमें 250 से अधिक संकाय सदस्‍यों, 1000 से अधिक सहायक कर्मियों और अनेक आधुनिकतम वैयक्‍तिक संगणक, कार्यस्‍थलों, लघु संगणक, सुपर लघु संगणक और मुख्‍य विश्‍चना संगणक हैं।

पी. सी. महालनोबिस

ये सभी वे प्रभावशाली आँकड़े हैं, जो इतनी दूर मार्ग तय करने की एक मामूली विचार, किए गए क्रियाकलापों के विस्‍तार और राष्‍ट्रीय जीवन के साथ संस्‍थान के घनिष्‍ठ सम्‍बन्‍ध को इंगित करते हैं। प्रो. महालनोबिस 1920 में किसी समय प्रेसीडेन्‍सी महाविद्यालय में सांख्‍यिकीय प्रयोगशाला स्‍थापित किया। 17 दिसम्बर, 1931 को भारतीय सांख्‍यिकीय संस्‍थान एक विद्धत समाज और सांख्‍यिकीय प्रयोगशाला भवन के रुप में संस्‍थापित हुआ। यह संस्‍थान 28 अप्रैल 1932 में, समाज पंजियन अधिनियम (1860 का XXI) के तहत् गैर-लाभान्‍वित विद्धत समाज के रुप में पंजीकृत हुआ और अब पश्‍चिम बंगाल समाज पंजीयन अधिनियम 1961 के XXVI यथा संशोधित 1964 के तहत् पंजीकृत है। सर आर. एन. मुखर्जी, संस्‍थान के अध्‍यक्ष हुए और संस्‍थान के कार्यालय में अध्‍यक्ष के रूप में मृत्‍युपर्यन्‍त सन 1936 तक बने रहे।[1]

केंद्र एवं मुख्यालय

भारतीय सांख्यिकीय संस्थान का मुख्यालय कोलकाता में है। इसके अलावा चार केंद्र दिल्ली, बंगलौर, चेन्नई और तेजपुर में स्थित हैं। सांख्यिकी और संबंधित विषयों में अनुसंधान संस्थान का प्राथमिक गतिविधि है। शिक्षण गतिविधियां मुख्य रूप से कोलकाता, दिल्ली और बंगलौर में किए जाते हैं। भारत में कई अन्य शहरों में स्थित संस्थान के कार्यालय मुख्य रूप से सांख्यिकीय गुणवत्ता नियंत्रण और संचालन अनुसंधान परियोजनाओं और परामर्शी में लगे हुए हैं।

प्रभाग एवं ईकाइयाँ

भारतीय सांख्यिकीय संस्थान के प्रमुख प्रभाग एवं ईकाइयाँ निम्नांकित हैं-

  1. प्रशासनिक सेवा प्रभाग
  2. अनुप्रयुक्‍त सांख्यिकी प्रभाग
  3. सहयोगी संस्थाएं
  4. जैविक विज्ञान प्रभाग
  5. पुस्तकालय, प्रलेखन और सूचना विज्ञान प्रभाग
  6. भौतिकी और पृथ्वी विज्ञान प्रभाग
  7. सामाजिक विज्ञान प्रभाग
  8. सांख्यिकीय गुणवत्ता नियंत्रण और संचालन अनुसंधान प्रभाग
  9. शिक्षण और प्रशिक्षण प्रभाग
  10. सैद्धांतिक सांख्यिकी और गणित डिवीजन



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. इतिहास (हिन्दी) भारतीय सांख्‍यिकीय संस्‍थान (आधिकारिक वेबसाइट)। अभिगमन तिथि: 23 दिसम्बर, 2014।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख