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12:38, 20 सितम्बर 2011 का अवतरण

ततो दक्षिणमागम्य पुलिंदनगरं महत्‌,
सुकुमारं वशे चक्रे सुमित्रं चा नराधिपम्‌। - महाभारत[1]

  • भीमसेन ने अपनी दिग्विजय यात्रा के प्रसंग में पुलिंद नगर पर अधिकार किया था।
  • इस प्रसंग से इस महान नगर की स्थिति विंध्यप्रदेश की उपत्यकाओं में जान पड़ती है।
  • रायचौधरी के अनुसार यह प्रदेश रूपनाथा के निकट स्थित होगा, जहाँ अशोक का अभिलेख प्राप्त हुआ है।



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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. महाभारत, सभापर्व 29,10

माथुर, विजयेन्द्र कुमार ऐतिहासिक स्थानावली, द्वितीय संस्करण-1990 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर, पृष्ठ संख्या-568।

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