वाह्लीक

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

वाह्लीक नामक एक देश का वर्णन वाल्मीकि रामायण, अयोध्याकाण्ड[1] में हुआ है, जहाँ इसे विपाशा नदी के पूर्व में स्थित बताया गया है[2]-

'अवेक्ष्यांजलिपानांश्च ब्राह्यणांवेदपारगान्, ययुर्मध्येन वाल्हीकान्सुदामानं च पर्वतम्, विष्णो: पदं प्रेक्षमाणा विपाशां चापि शाल्मलीम्।'


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अयोध्याकाण्ड 68, 18-19
  2. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 846 |

संबंधित लेख