कल्याण सिंह
कल्याण सिंह
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पूरा नाम | कल्याण सिंह |
जन्म | 5 जनवरी 1932 |
जन्म भूमि | मढ़ौली गांव, अतरौली, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश |
अभिभावक | तेजपाल सिंह और सीता |
पति/पत्नी | रामवती |
संतान | एक पुत्र, एक पुत्री |
नागरिकता | भारतीय |
पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
पद | राजस्थान के राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री |
कार्य काल | राज्यपाल- 4 सितंबर 2014 से अब तक; मुख्यमंत्री- 24 जून 1991 - 6 दिसंबर 1992; 21 सितंबर 1997 – 12 नवंबर 1999 |
भाषा | हिन्दी |
विशेष | बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये 6 दिसम्बर 1992 को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया। |
अन्य जानकारी | कल्याण सिंह ने 28 जनवरी 2015 से 12 अगस्त 2015 तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाला है। |
अद्यतन | 18:23, 21 फ़रवरी 2018 (IST)
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कल्याण सिंह (अंग्रेज़ी: Kalyan Singh) एक प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, राजस्थान के वर्तमान राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। कल्याण सिंह पूर्व में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर बाबरी मस्जिद विध्वंस में उनका कार्यकाल विवादास्पद रहा। कल्याण सिंह जून 1991 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये 6 दिसम्बर 1992 को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया। कल्याण सिंह सितम्बर 1997 से नवम्बर 1999 तक पुनः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। कल्याण सिंह ने 4 सितम्बर 2014 को राजस्थान के राज्यपाल पद की शपथ ली। उन्हें जनवरी 2015 में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया।[1]
जीवन परिचय
कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले की अतरौली तहसील के मढ़ौली गांव में हुआ। उनकी पत्नी का नाम रामवती है। कल्याण सिंह के एक पुत्र एक पुत्री है। कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह राजू भैया भारतीय जनता पार्टी के एटा से सांसद हैं।
राजनीतिक परिचय
कल्याण सिंह 24 जून 1991 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये 6 दिसम्बर 1992 को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया। 1993 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में अतरौली और कासगंज से विधायक निर्वाचित हुये। चुनावों में भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरा लेकिन मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में समाजवादी-बहुजन समाज पार्टी ने गठबन्धन सरकार बनायी। विधान सभा में कल्याण सिंह विपक्ष के नेता बने। कल्याण सिंह 21 सितम्बर 1997 से 12 नवम्बर 1999 तक पुनः उत्तर प्रदेश के दुबारा मुख्यमंत्री बने। 21 अक्टूबर 1997 को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कल्याण सिंह सरकार से समर्थन वापस ले लिया। कल्याण सिंह पहले से ही कांग्रेस विधायक नरेश अग्रवाल के सम्पर्क में थे और उन्होंने तुरन्त शीघ्रता से नयी पार्टी लोकतांत्रिक कांग्रेस का घटन किया और 21 विधायकों का समर्थन दिलाया। इसके लिए उन्होंने नरेश अग्रवाल को ऊर्जा विभाग का कार्यभार सौंपा। दिसम्बर 1999 में कल्याण सिंह ने पार्टी छोड़ दी और जनवरी 2004 में पुनः भाजपा से जुड़े। 2004 के आम चुनावों में उन्होंने बुलन्दशहर से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा। 2009 में उन्होंने पुनः भाजपा को छोड़ दिया और एटा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय सांसद चुने गये।
राज्यपाल
कल्याण सिंह ने 4 सितम्बर 2014 को राजस्थान के राज्यपाल पद की शपथ ली। कल्याण सिंह ने 28 जनवरी 2015 से 12 अगस्त 2015 तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाला।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ कल्याण सिंह (हिंदी) पत्रिका डॉट कॉम। अभिगमन तिथि: 21 फ़रवरी, 2018।
- ↑ कल्याण सिंह जीवन परिचय (हिंदी) NotedLife। अभिगमन तिथि: 21 फ़रवरी, 2018।
बाहरी कड़ियाँ
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