"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/2": अवतरणों में अंतर
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+ | +आचार्य शामशास्त्री | ||
-डी. आर. भंडारकर | -डी. आर. भंडारकर | ||
||[[चित्र:Chanakya.jpg|right|100px|कौटिल्य]]'कौटिल्य' को 'चाणक्य' एवं 'विष्णुगुप्त' नाम से भी जाना जाता है। इन्होंने '[[अर्थशास्त्र ग्रंथ|अर्थशास्त्र]]' नामक एक [[ग्रन्थ]] की रचना की थी, जो तत्कालीन राजनीति, अर्थनीति, [[इतिहास]], आचरण शास्त्र, [[धर्म]] आदि पर भली-भाँति प्रकाश डालता है। 'अर्थशास्त्र' [[मौर्य काल]] के समाज का दर्पण है, जिसमें समाज के स्वरूप का सर्वांग देखा जा सकता है। 20वीं शती में शामशास्त्री और गणपति शास्त्री ने अर्थशास्त्र की खोज की और उसे सम्पादित करके प्रकाशित किया। शामशास्त्री ने इसका [[अंग्रेज़ी]] अनुवाद [[1915]] में [[मैसूर]] से प्रकाशित किया था। गणपति शास्त्री ने इस पर एक [[टीका]] [[संस्कृत]] में लिखी थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कौटिल्य]] | ||[[चित्र:Chanakya.jpg|right|100px|कौटिल्य]]'कौटिल्य' को 'चाणक्य' एवं 'विष्णुगुप्त' नाम से भी जाना जाता है। इन्होंने '[[अर्थशास्त्र ग्रंथ|अर्थशास्त्र]]' नामक एक [[ग्रन्थ]] की रचना की थी, जो तत्कालीन राजनीति, अर्थनीति, [[इतिहास]], आचरण शास्त्र, [[धर्म]] आदि पर भली-भाँति प्रकाश डालता है। 'अर्थशास्त्र' [[मौर्य काल]] के समाज का दर्पण है, जिसमें समाज के स्वरूप का सर्वांग देखा जा सकता है। 20वीं शती में शामशास्त्री और गणपति शास्त्री ने अर्थशास्त्र की खोज की और उसे सम्पादित करके प्रकाशित किया। शामशास्त्री ने इसका [[अंग्रेज़ी]] अनुवाद [[1915]] में [[मैसूर]] से प्रकाशित किया था। गणपति शास्त्री ने इस पर एक [[टीका]] [[संस्कृत]] में लिखी थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कौटिल्य]] |
10:47, 16 मार्च 2013 का अवतरण
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