"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/2": अवतरणों में अंतर
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||[[चित्र:Wheat-1.jpg|right|100px|गेहूँ]]गेहूँ विश्वव्यापी महत्त्व की फ़सल है। यह लाखों लोगों का मुख्य खाद्य है। मुख्य रूप से [[एशिया]] में [[धान]] की खेती की जाती है, तो भी विश्व के सभी प्रायद्वीपों में [[गेहूँ]] उगाया जाता है। [[भारत]] में [[चावल]] के बाद गेहूँ दूसरा सबसे महत्त्वपूर्ण खाद्यान्न है। देश के कुल 10% भाग पर गेहूँ की [[कृषि]] की जाती है, किंतु चावल की अपेक्षा इसका प्रति हेक्टेयर उत्पादन लगभग 2500 किलोग्राम अधिक है। गेहूँ के सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य [[उत्तर प्रदेश]], [[पंजाब]] तथा [[हरियाणा]] में '[[हरित क्रांति]]' के प्रयोगों से उच्च उत्पादकता तथा उत्पादन की मात्रा अधिक प्राप्त की गई है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[गेहूँ]] | |||
||[[चित्र:Barley-1.jpg|right|100px|जौ]]जौ प्राचीन काल से ही प्रयोग किये जाने वाले अनाजों में प्रमुख है। इसका उपयोग प्राचीन काल से धार्मिक संस्कारों में होता आया है। [[जौ]] को [[संस्कृत]] में 'यव' कहते हैं। [[रूस]], [[अमरीका]], [[जर्मनी]], कनाडा और [[भारत]] में यह मुख्यत: पैदा होता है। हमारे [[ऋषि|ऋषियों]]-[[मुनि|मुनियों]] का प्रमुख आहार जौ ही था। [[वेद|वेदों]] द्वारा [[यज्ञ]] की आहुति के रूप में जौ को स्वीकारा गया है। इसका सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य [[उत्तर प्रदेश]] है, जबकि [[बिहार]] के पाँच प्रतिशत कृषि क्षेत्र में जौ की [[कृषि]] की जाती है। इसके अन्य उत्पादक राज्य [[राजस्थान]], [[मध्य प्रदेश]], [[हरियाणा]] एवं [[पंजाब]] है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जौ]] | |||
{[[वेदान्त|वेदान्त दर्शन]] पर उल्लिखित [[ग्रंथ]] 'खण्डन-खाद्य' की रचना उम्बेक ने की थी। उम्बेक किस विद्वान का छद्दम नाम है? (पृ.सं. 173 | {[[वेदान्त|वेदान्त दर्शन]] पर उल्लिखित [[ग्रंथ]] 'खण्डन-खाद्य' की रचना उम्बेक ने की थी। उम्बेक किस विद्वान का छद्दम नाम है? (पृ.सं. 173 |
07:46, 13 मार्च 2013 का अवतरण
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