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*[[कर्नाटक]] के इस स्थान से से निर्यात की जाने वाली वस्तुओं में रेश्मी तथा सूती कपड़े और [[कृषि]] की उपजें मुख्य हैं।
*[[कर्नाटक]] के इस स्थान से से निर्यात की जाने वाली वस्तुओं में रेश्मी तथा सूती कपड़े और [[कृषि]] की उपजें मुख्य हैं।
*इल्कल दक्षिणी स्त्रियों के पहनावे के उद्योग के लिए भी काफ़ी प्रसिद्ध है।
*इल्कल दक्षिणी स्त्रियों के पहनावे के उद्योग के लिए भी काफ़ी प्रसिद्ध है।
*आधुनिक ढंग से निर्मित बासंकारी, बसवन्ना एवं व्यांकोबा के तीन मंदिर यहाँ बहुत ही प्रसिद्ध हैं। यहाँ पौष पूर्णिमा को प्रतिवर्ष बड़ा मेले का आयोजन भी होता है।<ref>काशीनाथ सिंह, हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 2, पृष्ठ संख्या 07</ref>
*आधुनिक ढंग से निर्मित बासंकारी, बसवन्ना एवं व्यांकोबा के तीन मंदिर यहाँ बहुत ही प्रसिद्ध हैं। यहाँ पौष पूर्णिमा को प्रतिवर्ष बड़ा मेले का आयोजन भी होता है।<ref>[[काशीनाथ सिंह]], हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 2, पृष्ठ संख्या 07</ref>





09:37, 27 दिसम्बर 2014 का अवतरण

इल्कल नवगठित कर्नाटक राज्य में बीजापुर ज़िले, जो पहले बबंई राज्य के अंतर्गत आता था, के हुनगुंद तालुका में हुनगुंद से 8 मील की दूरी पर दक्षिण-पूर्व में स्थित एक छोटा-सा नगर है।[1]

  • यह नगर 15° 57' उत्तरी अक्षांश एवं 73° 7' पूर्वी देशांतर पर स्थित है।
  • इल्कल नगर ज़िले के बड़े व्यापारिक नगरों में से एक है और यहाँ बुनाई एवं रंगाई का उद्योग प्रमुख है।
  • कर्नाटक के इस स्थान से से निर्यात की जाने वाली वस्तुओं में रेश्मी तथा सूती कपड़े और कृषि की उपजें मुख्य हैं।
  • इल्कल दक्षिणी स्त्रियों के पहनावे के उद्योग के लिए भी काफ़ी प्रसिद्ध है।
  • आधुनिक ढंग से निर्मित बासंकारी, बसवन्ना एवं व्यांकोबा के तीन मंदिर यहाँ बहुत ही प्रसिद्ध हैं। यहाँ पौष पूर्णिमा को प्रतिवर्ष बड़ा मेले का आयोजन भी होता है।[2]


इन्हें भी देखें: कर्नाटक का इतिहास एवं कर्नाटक के पर्यटन स्थल


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. इल्कल (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 24 मार्च, 2014।
  2. काशीनाथ सिंह, हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 2, पृष्ठ संख्या 07

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