"आज़मगढ़" के अवतरणों में अंतर
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
− | '''आज़मगढ़''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Azamgarh'')भारतीय राज्य [[उत्तर प्रदेश]] का ज़िला है। 1665 ई. में फुलवारिया नामक प्राचीन ग्राम के स्थान पर आजम ख़ाँ द्वारा इस नगर की स्थापना की गई थी। यहाँ गौरीशंकर का मंदिर 1760 ई. में स्थानीय राजा के [[पुरोहित]] ने बनवाया था। [[तमसा नदी]] के पावन तट पर स्थित आज़मगढ़ अनेक [[ऋषि|ऋषियों]] की पावन पुण्य भूमि है। आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित है, जो [[गंगा]] और [[घाघरा नदी|घाघरा]] के मध्य बसा हुआ है। यह जनपद आदि काल से ही मनीषियों, ऋषियों, चिन्तकों, विद्वानों और स्वतंत्रता सेनानियों की जन्म स्थली रही है। इस जनपद को नवाब आज़मशाह ने बसाया था, इसी कारण इसका नाम आज़मगढ़ पड़ा। [[15 नवम्बर]], [[1994]] को चौदहवें मण्डल के रूप में 'आजमगढ़ मण्डल' का सृजन किया गया। | + | {{सूचना बक्सा पर्यटन |
+ | |चित्र=Azamgarh.png | ||
+ | |चित्र का नाम=नक्शे में आज़मगढ़ की स्थिति | ||
+ | |विवरण='आज़मगढ़' [[उत्तर प्रदेश]] में [[तमसा नदी]] के तट पर स्थित है। प्राचीन समय से ही यह स्थान [[ऋषि]]-[[मुनि|मुनियों]] की पावन भूमि रहा है। | ||
+ | |राज्य=[[उत्तर प्रदेश]] | ||
+ | |केन्द्र शासित प्रदेश= | ||
+ | |ज़िला= | ||
+ | |निर्माता=आजम ख़ाँ | ||
+ | |स्वामित्व= | ||
+ | |प्रबंधक= | ||
+ | |निर्माण काल= | ||
+ | |स्थापना=1665 ई. | ||
+ | |भौगोलिक स्थिति=26°04′N 83°11′E / 26.06, 83.19. | ||
+ | |मार्ग स्थिति= | ||
+ | |मौसम= | ||
+ | |तापमान= | ||
+ | |प्रसिद्धि=[[साहित्य]], [[संस्कृति]], शिक्षा | ||
+ | |कब जाएँ= | ||
+ | |कैसे पहुँचें= | ||
+ | |हवाई अड्डा= | ||
+ | |रेलवे स्टेशन= | ||
+ | |बस अड्डा= | ||
+ | |यातायात= | ||
+ | |क्या देखें= | ||
+ | |कहाँ ठहरें= | ||
+ | |क्या खायें= | ||
+ | |क्या ख़रीदें= | ||
+ | |एस.टी.डी. कोड= | ||
+ | |ए.टी.एम= | ||
+ | |सावधानी= | ||
+ | |मानचित्र लिंक= | ||
+ | |संबंधित लेख= | ||
+ | |शीर्षक 1=पिनकोड | ||
+ | |पाठ 1=276001 | ||
+ | |शीर्षक 2=प्रशासनिक भाषा | ||
+ | |पाठ 2=[[हिन्दी]], [[उर्दू]], [[अंग्रेज़ी]] | ||
+ | |अन्य जानकारी= | ||
+ | |बाहरी कड़ियाँ= | ||
+ | |अद्यतन= | ||
+ | }} | ||
+ | '''आज़मगढ़''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Azamgarh'') भारतीय राज्य [[उत्तर प्रदेश]] का ज़िला है। 1665 ई. में फुलवारिया नामक प्राचीन ग्राम के स्थान पर आजम ख़ाँ द्वारा इस नगर की स्थापना की गई थी। यहाँ गौरीशंकर का मंदिर 1760 ई. में स्थानीय राजा के [[पुरोहित]] ने बनवाया था। [[तमसा नदी]] के पावन तट पर स्थित आज़मगढ़ अनेक [[ऋषि|ऋषियों]] की पावन पुण्य भूमि है। आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित है, जो [[गंगा]] और [[घाघरा नदी|घाघरा]] के मध्य बसा हुआ है। यह जनपद आदि काल से ही मनीषियों, ऋषियों, चिन्तकों, विद्वानों और स्वतंत्रता सेनानियों की जन्म स्थली रही है। इस जनपद को नवाब आज़मशाह ने बसाया था, इसी कारण इसका नाम आज़मगढ़ पड़ा। [[15 नवम्बर]], [[1994]] को चौदहवें मण्डल के रूप में 'आजमगढ़ मण्डल' का सृजन किया गया। | ||
==भौगोलिक स्थिति== | ==भौगोलिक स्थिति== | ||
आजमगढ़ का नाम देश-विदेश में अनजाना नहीं है। [[उत्तर प्रदेश]] के पूर्वांचल में स्थित आजमगढ़ ज़िले के साथ-साथ एक मंडल भी है। बताते हैं कि इस शहर की स्थापना लगभग 1665 ई. में विक्रमजीत के पुत्र आजम ख़ाँ ने करवाई थी। आजम ख़ाँ के नाम पर ही यहाँ का नाम आजमगढ़ पढ़ा। शहर की पूर्व दिशा पर [[तमसा नदी]] के तट पर आजम ख़ाँ ने एक [[दुर्ग]] का निर्माण भी करवाया था। भौगौलिक रूप से देखें तो आजमगढ़ की स्थिति 26°04′N 83°11′E / 26.06, 83.19. पर है। यहां की औसत ऊंचाई है 64 मीटर (209 फीट)। | आजमगढ़ का नाम देश-विदेश में अनजाना नहीं है। [[उत्तर प्रदेश]] के पूर्वांचल में स्थित आजमगढ़ ज़िले के साथ-साथ एक मंडल भी है। बताते हैं कि इस शहर की स्थापना लगभग 1665 ई. में विक्रमजीत के पुत्र आजम ख़ाँ ने करवाई थी। आजम ख़ाँ के नाम पर ही यहाँ का नाम आजमगढ़ पढ़ा। शहर की पूर्व दिशा पर [[तमसा नदी]] के तट पर आजम ख़ाँ ने एक [[दुर्ग]] का निर्माण भी करवाया था। भौगौलिक रूप से देखें तो आजमगढ़ की स्थिति 26°04′N 83°11′E / 26.06, 83.19. पर है। यहां की औसत ऊंचाई है 64 मीटर (209 फीट)। | ||
==साहित्य, संस्कृति== | ==साहित्य, संस्कृति== | ||
− | आजमगढ़ शहर अपनी साहित्य | + | आजमगढ़ शहर अपनी साहित्य, संस्कृति, शिक्षा के लिए आरंभ से ही मशहूर रहा है। [[गंगा]] और घाघरा नदियों के मध्य बसा तमसा नदी के पवन तट पर स्थित आजमगढ़ अनेक ऋषियों की पुण्यभूमि रही है। आजमगढ़ को यह गौरव प्राप्त है कि वह [[राहुल सांकृत्यायन]], [[अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध']], मौलाना शिबली नोमानी और [[कैफ़ी आज़मी]] जैसे महापुरुषों की जन्म-स्थली रही है। आज भी यहाँ से तमाम राजनेता, प्रशासक, शिक्षाविद, साहित्यकार, कलाकार, व्यवसायी, खिलाडी देश-दुनिया में अपने नाम का डंका बजाते नजर आते हैं। [[उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री]] रहे [[राम नरेश यादव]] यहीं की देन हैं, तो चंद्रजीत यादव, अमर सिंह जैसे तमाम चर्चित राजनेता भी यहीं की पैदाइश हैं। मशहूर [[हिन्दी]] अभिनेत्री और सोशल एक्टिविस्ट [[शबाना आज़मी]] का यहाँ से पुराना रिश्ता है। |
==कृषि और उद्योग== | ==कृषि और उद्योग== | ||
चीनी की मिलें एवं वस्त्र बुनाई यहाँ के प्रमुख उद्योग हैं। पूर्वोत्तर रेलमार्ग से जुड़े आज़मगढ़ का [[कृषि]] योग्य क्षेत्र उर्वक है यहाँ पर्याप्त वर्षा होती है। [[चावल]], [[गेहूँ]] और [[गन्ना]] यहाँ की मुख्य फ़सलें हैं। | चीनी की मिलें एवं वस्त्र बुनाई यहाँ के प्रमुख उद्योग हैं। पूर्वोत्तर रेलमार्ग से जुड़े आज़मगढ़ का [[कृषि]] योग्य क्षेत्र उर्वक है यहाँ पर्याप्त वर्षा होती है। [[चावल]], [[गेहूँ]] और [[गन्ना]] यहाँ की मुख्य फ़सलें हैं। | ||
पंक्ति 15: | पंक्ति 55: | ||
==बाहरी कड़ियाँ== | ==बाहरी कड़ियाँ== | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
− | {{उत्तर प्रदेश के नगर}} | + | {{उत्तर प्रदेश के नगर}}{{उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल}} |
[[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:उत्तर प्रदेश के नगर]][[Category:भारत के नगर]][[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल]][[Category:पर्यटन कोश]] | [[Category:उत्तर प्रदेश]][[Category:उत्तर प्रदेश के नगर]][[Category:भारत के नगर]][[Category:उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल]][[Category:पर्यटन कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
08:54, 11 नवम्बर 2016 का अवतरण
आज़मगढ़
| |
विवरण | 'आज़मगढ़' उत्तर प्रदेश में तमसा नदी के तट पर स्थित है। प्राचीन समय से ही यह स्थान ऋषि-मुनियों की पावन भूमि रहा है। |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
निर्माता | आजम ख़ाँ |
स्थापना | 1665 ई. |
भौगोलिक स्थिति | 26°04′N 83°11′E / 26.06, 83.19. |
प्रसिद्धि | साहित्य, संस्कृति, शिक्षा |
पिनकोड | 276001 |
प्रशासनिक भाषा | हिन्दी, उर्दू, अंग्रेज़ी |
आज़मगढ़ (अंग्रेज़ी: Azamgarh) भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश का ज़िला है। 1665 ई. में फुलवारिया नामक प्राचीन ग्राम के स्थान पर आजम ख़ाँ द्वारा इस नगर की स्थापना की गई थी। यहाँ गौरीशंकर का मंदिर 1760 ई. में स्थानीय राजा के पुरोहित ने बनवाया था। तमसा नदी के पावन तट पर स्थित आज़मगढ़ अनेक ऋषियों की पावन पुण्य भूमि है। आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित है, जो गंगा और घाघरा के मध्य बसा हुआ है। यह जनपद आदि काल से ही मनीषियों, ऋषियों, चिन्तकों, विद्वानों और स्वतंत्रता सेनानियों की जन्म स्थली रही है। इस जनपद को नवाब आज़मशाह ने बसाया था, इसी कारण इसका नाम आज़मगढ़ पड़ा। 15 नवम्बर, 1994 को चौदहवें मण्डल के रूप में 'आजमगढ़ मण्डल' का सृजन किया गया।
भौगोलिक स्थिति
आजमगढ़ का नाम देश-विदेश में अनजाना नहीं है। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में स्थित आजमगढ़ ज़िले के साथ-साथ एक मंडल भी है। बताते हैं कि इस शहर की स्थापना लगभग 1665 ई. में विक्रमजीत के पुत्र आजम ख़ाँ ने करवाई थी। आजम ख़ाँ के नाम पर ही यहाँ का नाम आजमगढ़ पढ़ा। शहर की पूर्व दिशा पर तमसा नदी के तट पर आजम ख़ाँ ने एक दुर्ग का निर्माण भी करवाया था। भौगौलिक रूप से देखें तो आजमगढ़ की स्थिति 26°04′N 83°11′E / 26.06, 83.19. पर है। यहां की औसत ऊंचाई है 64 मीटर (209 फीट)।
साहित्य, संस्कृति
आजमगढ़ शहर अपनी साहित्य, संस्कृति, शिक्षा के लिए आरंभ से ही मशहूर रहा है। गंगा और घाघरा नदियों के मध्य बसा तमसा नदी के पवन तट पर स्थित आजमगढ़ अनेक ऋषियों की पुण्यभूमि रही है। आजमगढ़ को यह गौरव प्राप्त है कि वह राहुल सांकृत्यायन, अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध', मौलाना शिबली नोमानी और कैफ़ी आज़मी जैसे महापुरुषों की जन्म-स्थली रही है। आज भी यहाँ से तमाम राजनेता, प्रशासक, शिक्षाविद, साहित्यकार, कलाकार, व्यवसायी, खिलाडी देश-दुनिया में अपने नाम का डंका बजाते नजर आते हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे राम नरेश यादव यहीं की देन हैं, तो चंद्रजीत यादव, अमर सिंह जैसे तमाम चर्चित राजनेता भी यहीं की पैदाइश हैं। मशहूर हिन्दी अभिनेत्री और सोशल एक्टिविस्ट शबाना आज़मी का यहाँ से पुराना रिश्ता है।
कृषि और उद्योग
चीनी की मिलें एवं वस्त्र बुनाई यहाँ के प्रमुख उद्योग हैं। पूर्वोत्तर रेलमार्ग से जुड़े आज़मगढ़ का कृषि योग्य क्षेत्र उर्वक है यहाँ पर्याप्त वर्षा होती है। चावल, गेहूँ और गन्ना यहाँ की मुख्य फ़सलें हैं।
जनसंख्या
आज़मगढ़ की कुल जनसंख्या (2001 की गणना के अनुसार) 1,04,943 है। आज़मगढ़ के कुल ज़िले की जनसंख्या 39,50,808 है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख