वाह्लीक
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:47, 29 अक्टूबर 2014 का अवतरण (''''वाह्लीक''' नामक एक देश का वर्णन वाल्मीकि रामायण, [[अ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
वाह्लीक नामक एक देश का वर्णन वाल्मीकि रामायण, अयोध्याकाण्ड[1] में हुआ है, जहाँ इसे विपाशा नदी के पूर्व में स्थित बताया गया है[2]-
'अवेक्ष्यांजलिपानांश्च ब्राह्यणांवेदपारगान्, ययुर्मध्येन वाल्हीकान्सुदामानं च पर्वतम्, विष्णो: पदं प्रेक्षमाणा विपाशां चापि शाल्मलीम्।'
|
|
|
|
|