"कमलनाथ झालावाड़" के अवतरणों में अंतर
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'''कमलनाथ''' [[झालावाड़ ज़िला|ज़िला झालावाड़]], [[राजस्थान]] का ऐतिहासिक स्थान है। | '''कमलनाथ''' [[झालावाड़ ज़िला|ज़िला झालावाड़]], [[राजस्थान]] का ऐतिहासिक स्थान है। | ||
− | *कहा जाता है कि मेवाड़पति [[महाराणा प्रताप]] ने [[हल्दीघाटी]] की लड़ाई के पश्चात् अपने अरण्यवास का कुछ समय इस स्थान पर व्यतीत किया था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या= | + | *कहा जाता है कि मेवाड़पति [[महाराणा प्रताप]] ने [[हल्दीघाटी]] की लड़ाई के पश्चात् अपने अरण्यवास का कुछ समय इस स्थान पर व्यतीत किया था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=137|url=}}</ref> |
*[[पर्वत]] पर कमलनाथ महादेव का मंदिर है। | *[[पर्वत]] पर कमलनाथ महादेव का मंदिर है। | ||
07:40, 31 मई 2018 के समय का अवतरण
कमलनाथ ज़िला झालावाड़, राजस्थान का ऐतिहासिक स्थान है।
- कहा जाता है कि मेवाड़पति महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी की लड़ाई के पश्चात् अपने अरण्यवास का कुछ समय इस स्थान पर व्यतीत किया था।[1]
- पर्वत पर कमलनाथ महादेव का मंदिर है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 137 |