"श्रीराज्य, मैसूर": अवतरणों में अंतर
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'''श्रीराज्य''' [[मैसूर]] ([[कर्नाटक]]) का एक भाग, जहाँ [[गंग वंश]] के नरेशों का राज्य था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=922|url=}}</ref> | '''श्रीराज्य''' [[मैसूर]] ([[कर्नाटक]]) का एक भाग, जहाँ [[गंग वंश]] के नरेशों का राज्य था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=922|url=}}</ref> | ||
06:21, 30 अगस्त 2014 के समय का अवतरण
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श्रीराज्य मैसूर (कर्नाटक) का एक भाग, जहाँ गंग वंश के नरेशों का राज्य था।[1]
- इसमें श्रवणबेलगोला तथा परिवर्ती प्रदेश भी सम्मिलित थे।
- सेरी-वणिज जातक का 'सेरी जनपद' सम्भवत: यहीं हो सकता है।
इन्हें भी देखें: मैसूर, मैसूर का दशहरा एवं श्रवणबेलगोला मैसूर
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 922 |