"सूरसारावली": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
कात्या सिंह (वार्ता | योगदान) छो (सूरसारावली का नाम बदलकर सूरसारावली -सूरदास कर दिया गया है) |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) छो (सूरसारावली -सूरदास इस लेख का नाम बदल कर सूरसारावली कर दिया गया हैं (अनुप्रेषित)) |
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(कोई अंतर नहीं)
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09:10, 1 मार्च 2014 के समय का अवतरण
- हिन्दी साहित्य में भक्तिकाल में कृष्ण भक्ति के भक्त कवियों में महाकवि सूरदास का नाम अग्रणी है।
- सूरसारावली, सूरदास का एक सम्पूर्ण ग्रन्थ है। यह एक "वृहद् होली' गीत के रुप में रचित हैं।
- सूरसारावली में 1107 छन्द हैं। इसकी टेक है- "खेलत यह विधि हरि होरी हो, हरि होरी हो वेद विदित यह बात।
- सूरसारावली का रचना-काल संवत 1662 वि० निश्चित किया गया है, क्योंकि इसकी रचना सूर ने 67 वें वर्ष में की थी।