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*ईश्वर चन्द्र विद्यासागर प्रसिद्ध समाज सुधारक, शिक्षा शास्त्री व स्वाधीनता सेनानी, जो गरीबों व पददलितों के संरक्षक माने जाते थे। | *ईश्वर चन्द्र विद्यासागर प्रसिद्ध समाज सुधारक, शिक्षा शास्त्री व स्वाधीनता सेनानी, जो गरीबों व पददलितों के संरक्षक माने जाते थे। | ||
*उन्होंने स्त्री शिक्षा व विधवा-विवाह को रोकने पर काफ़ी | *उन्होंने स्त्री शिक्षा व विधवा-विवाह को रोकने पर काफ़ी ज़ोर दिया। मेट्रोपोलिटन विद्यालय सहित अनेक महिला विद्यालयों की स्थापना की तथा 1848 में 'वैताल पंचविशति' नामक प्रथम बंगला गद्य रचना का भी प्रकाशन किया। | ||
*[[29 जुलाई]] 1891 [[कोलकाता]] में ईश्वर चन्द्र विद्यासागर का निधन हो गया। | *[[29 जुलाई]] 1891 [[कोलकाता]] में ईश्वर चन्द्र विद्यासागर का निधन हो गया। | ||
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ईश्वर चन्द्र विद्यासागर 26 सितम्बर 1820 में पश्चिम बंगाल में हुआ था।
- ईश्वर चन्द्र विद्यासागर प्रसिद्ध समाज सुधारक, शिक्षा शास्त्री व स्वाधीनता सेनानी, जो गरीबों व पददलितों के संरक्षक माने जाते थे।
- उन्होंने स्त्री शिक्षा व विधवा-विवाह को रोकने पर काफ़ी ज़ोर दिया। मेट्रोपोलिटन विद्यालय सहित अनेक महिला विद्यालयों की स्थापना की तथा 1848 में 'वैताल पंचविशति' नामक प्रथम बंगला गद्य रचना का भी प्रकाशन किया।
- 29 जुलाई 1891 कोलकाता में ईश्वर चन्द्र विद्यासागर का निधन हो गया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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