जम्मू और कश्मीर पर्यटन
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
![]() |
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |

Houseboat, Srinagar
जम्मू और कश्मीर में पर्यटन सुविधाओं में काफ़ी सुधार किए गए हैं, यद्यपि सम्भावनाओं का अभी भी काफ़ी उपयोग करना शेष है। पर्यटन का लद्दाख पर महत्त्वपूर्ण सामाजिक - आर्थिक प्रभाव पड़ा है। यह 1970 तक बाहरी लोगों से सामान्यतः कटा रहा था। (1974 में 500 पर्यटक और 1992 में 16,018)। ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के अलावा पर्यटकों के आकर्षण के केन्द्र हैं -
- गुलमर्ग में आइस स्केटिंग केन्द्र, जो बारामूला के दक्षिण में पीर पंजाल श्रेणी में स्थित है और पहलगाम, जो लिद्दर नदी के किनारे स्थित है।
- गंधक के सोते, जो जोड़ों के दर्द और गठिया के रोगों के शीघ्र इलाज के लिए प्रसिद्ध हैं, लेह के निकट चुमथंग में और नोबरा व पूगा (चागथंग) में स्थित है, पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
- कश्मीर घाटी को पृथ्वी का स्वर्ग माना जाता है। कश्मीर घाटी में चश्मेशाही झरना, शालीमार बाग, डल झील, गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग और अमरनाथ की पर्वत गुफा तथा जम्मू के निकट वैष्णो देवी मंदिर, पटनी टाप और लद्दाख के बौद्ध मठ राज्य के प्रमुख पर्यटन केंद्र हैं। 15 सितंबर को लद्दाख महोत्सव तथा जून सिंधु दर्शन प्रसिद्ध त्योहार हैं।
|
|
|
|
|