"स्वामी रामतीर्थ के अनमोल वचन": अवतरणों में अंतर
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* सभी सच्चे काम आराम हैं। | * सभी सच्चे काम आराम हैं। | ||
* अमरत्व को प्राप्त करना अखिल विश्व का स्वामी बनना है। | * अमरत्व को प्राप्त करना अखिल विश्व का स्वामी बनना है। | ||
* केवल आत्मज्ञान ही ऐसा है जो हमें सब | * केवल आत्मज्ञान ही ऐसा है जो हमें सब ज़रूरतों से परे कर सकता है। | ||
* संसार के धर्म-ग्रन्थों को उसी भाव से ग्रहण करना चाहिए, जिस प्रकार रसायनशास्त्र का हम अध्ययन करते हैं और अपने अनुभव के अनुसार अन्तिम निश्चय पर पहुंचते हैं। | * संसार के धर्म-ग्रन्थों को उसी भाव से ग्रहण करना चाहिए, जिस प्रकार रसायनशास्त्र का हम अध्ययन करते हैं और अपने अनुभव के अनुसार अन्तिम निश्चय पर पहुंचते हैं। | ||
* अलमारियों में बंद वेदान्त की पुस्तकों से काम न चलेगा, तुम्हें उसको आचरण में लाना होगा। | * अलमारियों में बंद वेदान्त की पुस्तकों से काम न चलेगा, तुम्हें उसको आचरण में लाना होगा। |
10:47, 2 जनवरी 2018 का अवतरण
स्वामी रामतीर्थ के अनमोल वचन |
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इन्हें भी देखें: अनमोल वचन, कहावत लोकोक्ति मुहावरे एवं सूक्ति और कहावत
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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