"लोकटक झील": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
[[चित्र:Loktak-Lake-Manipur.jpg|लोकटक झील|thumb|250px]] | [[चित्र:Loktak-Lake-Manipur.jpg|लोकटक झील|thumb|250px]] | ||
पंक्ति 17: | पंक्ति 16: | ||
{{भारत की झीलें}} | {{भारत की झीलें}} | ||
[[Category:मणिपुर]] | [[Category:मणिपुर]] | ||
[[Category:भूगोल कोश]] | |||
[[Category:भारत की झीलें]] | |||
[[Category:मणिपुर की झीलें]] | [[Category:मणिपुर की झीलें]] | ||
[[Category:भूगोल शब्दावली]] | [[Category:भूगोल शब्दावली]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
10:44, 15 दिसम्बर 2011 का अवतरण

लोकटक झील मणिपुर में स्थित पूर्वोत्तर भारत की ताजे पानी की सबसे बड़ी झील है। इस झील में जल-विद्युत का उत्पादन किया जाता है। चारों ओर से छोटी-छोटी नदियाँ अपना पानी लोकटक में गिराती हैं, जिसके कारण इसकी गहराई तथा साबरमती नदियाँ इसमें अपना मुहाना बनाती हैं।
- यह झील मणिपुर में खूगा नदी के पास स्थित है।
- लोकटक झील देखने में बहुत ख़ूबसूरत है।
- लोकटक झील विश्व में तैरती झील के नाम से विख्यात है।
- इस झील में घनी जलीय घास के बड़े-बड़े हिस्से तैरते रहते हैं जिन्हें फुमडी के नाम से जाना जाता है।
- इन तैरती वनस्पतियों के कारण लोकटक झील को तैरती झील कहा जाता है।
- जलीय घास के ये हिस्से इतने बड़े होते है कि झील में बसने वाले मछुआरे उसमें अपनी झोपड़ी बना कर रहते हैं।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ मणिपुर की लोकटक झील, गोल घेरों वाली तैरती फुमडियाँ और संगाई हिरण (हिन्दी) मुसाफ़िर हूँ यारों। अभिगमन तिथि: 31 अगस्त, 2011।