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||[[चित्र:Janjira-Fort.jpg|right|120px|जंजीरा क़िला, सूरत]]12वीं से 15वीं शताब्दी तक सूरत शहर [[मुसलमान|मुस्लिम]] शासकों, [[पुर्तग़ाली|पुर्तग़ालियों]], [[मुग़ल|मुग़लों]] और [[मराठा|मराठों]] के आक्रमणों का शिकार हुआ। 1514 में पुर्तग़ाली यात्री 'दुआरते बारबोसा' ने [[सूरत]] का वर्णन एक महत्त्वपूर्ण बंदरगाह के रूप में किया था। 18वीं शताब्दी में धीरे-धीरे सूरत का पतन होने लगा था। उस समय [[अंग्रेज़]] और [[डच]], दोनों ने सूरत पर नियंत्रण का दावा किया था।{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सूरत]] | ||[[चित्र:Janjira-Fort.jpg|right|120px|जंजीरा क़िला, सूरत]]12वीं से 15वीं शताब्दी तक सूरत शहर [[मुसलमान|मुस्लिम]] शासकों, [[पुर्तग़ाली|पुर्तग़ालियों]], [[मुग़ल|मुग़लों]] और [[मराठा|मराठों]] के आक्रमणों का शिकार हुआ। 1514 में पुर्तग़ाली यात्री 'दुआरते बारबोसा' ने [[सूरत]] का वर्णन एक महत्त्वपूर्ण बंदरगाह के रूप में किया था। 18वीं शताब्दी में धीरे-धीरे सूरत का पतन होने लगा था। उस समय [[अंग्रेज़]] और [[डच]], दोनों ने सूरत पर नियंत्रण का दावा किया था।{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सूरत]] |
12:15, 8 जुलाई 2011 का अवतरण
इतिहास
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