"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/2": अवतरणों में अंतर
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||[[चित्र:Lokmanya-Bal-Gangadhar-Tilak.jpg|right|100px|बाल गंगाधर तिलक]]बाल गंगाधर तिलक एक विद्वान, गणितज्ञ, दार्शनिक और उग्र राष्ट्रवादी व्यक्ति थे, जिन्होंने [[भारत]] की स्वतंत्रता की नींव रखने में सहायता की। [[बाल गंगाधर तिलक]] ने स्कूल के भार से स्वयं को मुक्त करने के बाद अपना अधिकांश समय सार्वजनिक सेवा में लगाने का निश्चय किया था। लड़कियों के [[विवाह]] के लिए सहमति की आयु बढ़ाने का विधेयक [[वाइसराय]] की परिषद के सामने लाया जा रहा था। तिलक पूरे उत्साह से इस विवाद में कूद पड़े, इसलिए नहीं कि वे समाज-सुधार के सिद्धांतों के विरोधी थे, बल्कि इसलिए कि वे इस क्षेत्र में ज़ोर-जबरदस्ती करने के विरुद्ध थे। सहमति की आयु का विधेयक, चाहे इसके उद्देश्य कितने ही प्रशंसनीय क्यों न रहे हों, वास्तव में [[हिन्दू]] समाज में सरकारी हस्तक्षेप से सुधार लाने का प्रयास था। अत: समाज-सुधार के कुछ कट्टर समर्थक इसके विरुद्ध थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बाल गंगाधर तिलक]] | ||[[चित्र:Lokmanya-Bal-Gangadhar-Tilak.jpg|right|100px|बाल गंगाधर तिलक]]बाल गंगाधर तिलक एक विद्वान, गणितज्ञ, दार्शनिक और उग्र राष्ट्रवादी व्यक्ति थे, जिन्होंने [[भारत]] की स्वतंत्रता की नींव रखने में सहायता की। [[बाल गंगाधर तिलक]] ने स्कूल के भार से स्वयं को मुक्त करने के बाद अपना अधिकांश समय सार्वजनिक सेवा में लगाने का निश्चय किया था। लड़कियों के [[विवाह]] के लिए सहमति की आयु बढ़ाने का विधेयक [[वाइसराय]] की परिषद के सामने लाया जा रहा था। तिलक पूरे उत्साह से इस विवाद में कूद पड़े, इसलिए नहीं कि वे समाज-सुधार के सिद्धांतों के विरोधी थे, बल्कि इसलिए कि वे इस क्षेत्र में ज़ोर-जबरदस्ती करने के विरुद्ध थे। सहमति की आयु का विधेयक, चाहे इसके उद्देश्य कितने ही प्रशंसनीय क्यों न रहे हों, वास्तव में [[हिन्दू]] समाज में सरकारी हस्तक्षेप से सुधार लाने का प्रयास था। अत: समाज-सुधार के कुछ कट्टर समर्थक इसके विरुद्ध थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बाल गंगाधर तिलक]] | ||
{ | {[[शाहजहाँ]] ने विश्व विख्यात '[[ताजमहल]]' का निर्माण निम्न में से किसकी याद में करवाया था?(भारतकोश) | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -[[नादिरा बेगम]] | ||
+ | -[[जहाँआरा]] | ||
+[[अर्जुमंद बानो बेगम]] | |||
-[[ | -[[नूरजहाँ]] | ||
||[[चित्र: | ||[[चित्र:Mumtaz Mahal.jpg|right|100px|मुमताज़ महल]][[मुग़ल]] [[शाहजहाँ|बादशाह शाहजहाँ]] की पत्नी मुमताज़ महल का वास्तविक नाम 'अर्जुमंद बानो बेगम' था। [[मुमताज़ महल|मुमताज़]], [[नूरजहाँ]] के भाई [[आसफ़ ख़ाँ (सूबेदार)|आसफ़ खाँ]] की पुत्री थी। उसका निकाह [[जहाँगीर]] के पुत्र ख़ुर्रम (बाद में [[शाहजहाँ]]) से 19 वर्ष की आयु में [[10 मई]], 1612 को हुआ था। मुमताज़ शाहजहाँ की भले ही तीसरी पत्नी थी, लेकिन शीघ्र ही वह उनकी सबसे पसंदीदा बेगम बन गई। शाहजहाँ और मुमताज़ के 14 संतानें हुई थीं, जिनमें [[दारा शिकोह]], [[शाहशुजा]], [[औरंगज़ेब]] और [[मुराद बख़्श]] नामक चार पुत्र थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अर्जुमंद बानो बेगम]] | ||
{'अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस' के प्रथम अध्यक्ष कौन थे? (पृ. सं. 25 | {'अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस' के प्रथम अध्यक्ष कौन थे? (पृ. सं. 25 |
06:05, 8 मार्च 2013 का अवतरण
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