"अभिलाषा (सूक्तियाँ)": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) ('{| width="100%" class="bharattable-pink" |- ! क्रमांक ! सूक्तियाँ ! सूक्ति कर्ता |-...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - " गरीब" to " ग़रीब") |
||
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 19: | पंक्ति 19: | ||
| (4) | | (4) | ||
| कोई अभिलाष यहाँ अपूर्ण नहीं रहती। | | कोई अभिलाष यहाँ अपूर्ण नहीं रहती। | ||
| | | [[ख़लील जिब्रान]] | ||
|- | |- | ||
| (5) | | (5) | ||
पंक्ति 26: | पंक्ति 26: | ||
|- | |- | ||
| (6) | | (6) | ||
| फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म | | फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला मनुष्य ही मोक्ष प्राप्त करता है। | ||
| [[गीता]] | | [[गीता]] | ||
|- | |- | ||
पंक्ति 34: | पंक्ति 34: | ||
|- | |- | ||
| (8) | | (8) | ||
| | | ग़रीब वह है जिसकी अभिलाषायें बढी हुई हैं। | ||
| डेनियल | | डेनियल | ||
|- | |- | ||
पंक्ति 58: | पंक्ति 58: | ||
|- | |- | ||
| (14) | | (14) | ||
| अभ्यास के लिए अभिलाषा | | अभ्यास के लिए अभिलाषा ज़रूरी है। जिस अभिलाषा में शक्ति नहीं, उसकी पूर्ति असंभव है। | ||
| गुलाब रत्न वाजपेयी | | गुलाब रत्न वाजपेयी | ||
|- | |- |
09:18, 12 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
क्रमांक | सूक्तियाँ | सूक्ति कर्ता |
---|---|---|
(1) | हमारी अभिलाष जीवन रूपी भाप को इन्द्रधनुष के रंग देती है। | टैगोर |
(2) | अभिलाषा सब दुखों का मूल है। | बुद्ध |
(3) | अभिलाषाओं से ऊपर उठ जाओ वे पूरी हो जायंगी, मांगोगे तो उनकी पूर्ति तुमसे और दूर जा पड़ेंगी। | रामतीर्थ |
(4) | कोई अभिलाष यहाँ अपूर्ण नहीं रहती। | ख़लील जिब्रान |
(5) | अभिलाषा ही घोडा बन सकती तो प्रत्येक मनुष्य घुड़सवार हो जाता। | शेक्सपीयर |
(6) | फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला मनुष्य ही मोक्ष प्राप्त करता है। | गीता |
(7) | अभिलाषा तभी फलदायक होती है, जब वह दृढ निश्चय में परिणित कर दे जाती है। | स्वेट मार्डेन |
(8) | ग़रीब वह है जिसकी अभिलाषायें बढी हुई हैं। | डेनियल |
(9) | त्याग यह नहीं कि मोटे और खुरदरे वस्त्र पहन लिए जायें और सूखी रोटी खायी जाये, त्याग तो यह है कि अपनी इच्छा अभिलाषा और तृष्णा को जीता जाये। | सुफियान सौरी |
(10) | मनुष्य के जीवन में दो तरह के दुःख होते हैं - एक यह कि उसके जीवन की अभिलाषा पूरी नहीं हुई और दूसरा यह कि उसके जीवन की अभिलाषा पूरी हो गई। | बर्नार्ड शॉ |
(11) | विचित्र बात है कि सुख की अभिलाषा मेरे दुःख का एक अंश है। | खलील जिब्रान |
(12) | किसी व्यक्ति के दिल-दिमाग को समझने के लिए इस बात को न देखें कि उसने अभी तक क्या प्राप्त किया है, अपितु इस बात को देखें कि वह क्या अभिलाषा रखता है। | कैहलिल जिब्रान |
(13) | ऐसे भी लोग हैं जो देते हैं जो देते हैं, लेकिन देने में कष्ट का अनुभव नहीं करते, न वे उल्लास की अभिलाषा करते हें और न पुण्य समझकर ही कुछ देते हैं। इन्हीं लोगों की हाथों द्वारा ईश्वर बोलता है। | खलील जिब्रान |
(14) | अभ्यास के लिए अभिलाषा ज़रूरी है। जिस अभिलाषा में शक्ति नहीं, उसकी पूर्ति असंभव है। | गुलाब रत्न वाजपेयी |
(15) | पराई स्त्री और पराया धन जिसके मन को अपवित्र नहीं करते, गंगादि तीर्थ उसके चरण-स्पर्श करने की अभिलाषा करते हैं। | एकनाथ |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख