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! style="width:30%"| कहावत लोकोक्ति मुहावरे
* एक पंथ दो काज
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!  style="width:70%"| अर्थ
* एक करेला/गिलोय, दूसरे नीम चढ़ा।
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* एक अंडा वह भी गंदा।
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| 1-एक पंथ दो काज
* एक आँख से रोवे, एक आँख से हँसे।
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| अर्थ - एक काम के प्रयत्न से दो काम पूरे होना।
* एक अनार सौ बीमार।
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* एक आवे (आवाँ) के बर्तन।
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|2- एक करेला/गिलोय, दूसरे नीम चढ़ा।
* एक और एक ग्यारह होते हैं।
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|अर्थ - एक दोष होने के साथ ही साथ दूसरा दोष भी होना।
* एक के दूने से सौ के सवाये भले।
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* एक गंदी मछली सारे तालाब को गंदा कर देती है।
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|3- एक अंडा वह भी गंदा।
* एक टकसाल के ढले।
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|अर्थ - चीज़ भी थोड़ी है और जितनी है वह भी बेकार है।
* एक तवे की रोटी, क्या छोटी क्या मोटी।
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|-
* एक तो चोरी दूसरे सीना-ज़ोरी।
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|4- एक आँख से रोवे, एक आँख से हँसे।
* एक ही थैली के चट्टे-बट्टे होना।
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|अर्थ - दिखावटी रोना या दिखावटी काम करना।
* एक मुँह दो बातें।
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|-
* एक म्यान में दो तलवारें नहीं समा सकती।
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|5- एक अनार सौ बीमार।
* एक हाथ से ताली नहीं बजती।
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|अर्थ - चीज़ का कम होना और चाहने वाले ज़्यादा होना।
* एक ही लकड़ी से सबको हाँकना।
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* एकै साधे सब सधे, सब साधे सब जाय।
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|6- एक आवे (आवाँ) के बर्तन।
* एक आँख से देखना।
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|अर्थ - सब का एक जैसा होना जैसे कुम्हार के आवे (आवाँ) में सभी बर्तन एक जैसे ही पकते हैं।
* एक-एक नस पहचानना।
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|-
* एक घाट का पानी पीना।
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|7- एक और एक ग्यारह होते हैं।
* एक लकड़ी से सबको हाँकना।
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|अर्थ - एकता में बल होता है।
* एडि़याँ रगड़ना।
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* एड़ी-चोटी का पसीना एक करना।
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|8- एक के दूने से सौ के सवाये भले।
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|अर्थ - अधिक लाभ पर कम माल बेचने की अपेक्षा कम लाभ पर अधिक माल बेचना अधिक फ़ायदेमंद होता है।
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|9- एक गंदी मछली सारे तालाब को गंदा कर देती है।
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|अर्थ - एक बुरा आदमी सारी बिरादरी की बदनामी कराता है।
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|10- एक टकसाल के ढले।
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|अर्थ - सबका एक जैसा होना।
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|11- एक तवे की रोटी, क्या छोटी क्या मोटी।
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|अर्थ - कोई भी भेदभाव नहीं होना अर्थात् समानता का होना।
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|12- एक तो चोरी दूसरे सीना-जोरी।
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|अर्थ - कोई अपराध करके अपराध न मानना और उल्टे रौब गाँठना।
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|13- एक (ही) थैली के चट्टे-बट्टे होना।
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|अर्थ - एक ही जैसे दुर्गुण वाले होना।
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|14- एक मुँह दो बातें।
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|अर्थ - अपनी बात से पलट जाना।
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|15- एक म्यान में दो तलवारें नहीं समा सकती।
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|अर्थ - समान अधिकार वाले दो व्यक्ति एक ही क्षेत्र में नहीं रह सकते हैं।
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|16- एक हाथ से ताली नहीं बजती।
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|अर्थ - झगड़े के लिए दोनों पक्ष ज़िम्मेदार होते हैं, एक के झगड़ा करने से झगड़ा नहीं होता है।
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|17- एक ही लकड़ी से सबको हाँकना।
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|अर्थ - छोटे- बड़े का ध्यान न रखकर सबके साथ एक जैसा ही व्यवहार करना।
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|18- एकै साधे सब सधे, सब साधे सब जाय।
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|अर्थ - एक समय में एक ही काम हाथ में लेना चाहिए, कई काम एक साथ करने से कोई काम सही नहीं होता है।
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|19- एक आँख से देखना।
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|अर्थ - सबको बराबर समझना।
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|20- एक-एक नस पहचानना।
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|अर्थ - सब कुछ समझना।
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|21- एक घाट का पानी पीना।
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|अर्थ - एकता और सहनशील होना।
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|22- एक लकड़ी से सबको हाँकना।
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|अर्थ - यथायोग्य व्यवहार न करना।
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|23- एक ही थैली के चट्टे-बट्टे।
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|अर्थ - एक जैसे चरित्र और विचार के लोग।
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|24- एडि़याँ रगड़ना।
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|अर्थ - बहुत दौड़-धूप करना।
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|25- एड़ी-चोटी का पसीना एक करना।
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| अर्थ - घोर परिश्रम करना।
 
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कहावत लोकोक्ति मुहावरे अर्थ
1-एक पंथ दो काज अर्थ - एक काम के प्रयत्न से दो काम पूरे होना।
2- एक करेला/गिलोय, दूसरे नीम चढ़ा। अर्थ - एक दोष होने के साथ ही साथ दूसरा दोष भी होना।
3- एक अंडा वह भी गंदा। अर्थ - चीज़ भी थोड़ी है और जितनी है वह भी बेकार है।
4- एक आँख से रोवे, एक आँख से हँसे। अर्थ - दिखावटी रोना या दिखावटी काम करना।
5- एक अनार सौ बीमार। अर्थ - चीज़ का कम होना और चाहने वाले ज़्यादा होना।
6- एक आवे (आवाँ) के बर्तन। अर्थ - सब का एक जैसा होना जैसे कुम्हार के आवे (आवाँ) में सभी बर्तन एक जैसे ही पकते हैं।
7- एक और एक ग्यारह होते हैं। अर्थ - एकता में बल होता है।
8- एक के दूने से सौ के सवाये भले। अर्थ - अधिक लाभ पर कम माल बेचने की अपेक्षा कम लाभ पर अधिक माल बेचना अधिक फ़ायदेमंद होता है।
9- एक गंदी मछली सारे तालाब को गंदा कर देती है। अर्थ - एक बुरा आदमी सारी बिरादरी की बदनामी कराता है।
10- एक टकसाल के ढले। अर्थ - सबका एक जैसा होना।
11- एक तवे की रोटी, क्या छोटी क्या मोटी। अर्थ - कोई भी भेदभाव नहीं होना अर्थात् समानता का होना।
12- एक तो चोरी दूसरे सीना-जोरी। अर्थ - कोई अपराध करके अपराध न मानना और उल्टे रौब गाँठना।
13- एक (ही) थैली के चट्टे-बट्टे होना। अर्थ - एक ही जैसे दुर्गुण वाले होना।
14- एक मुँह दो बातें। अर्थ - अपनी बात से पलट जाना।
15- एक म्यान में दो तलवारें नहीं समा सकती। अर्थ - समान अधिकार वाले दो व्यक्ति एक ही क्षेत्र में नहीं रह सकते हैं।
16- एक हाथ से ताली नहीं बजती। अर्थ - झगड़े के लिए दोनों पक्ष ज़िम्मेदार होते हैं, एक के झगड़ा करने से झगड़ा नहीं होता है।
17- एक ही लकड़ी से सबको हाँकना। अर्थ - छोटे- बड़े का ध्यान न रखकर सबके साथ एक जैसा ही व्यवहार करना।
18- एकै साधे सब सधे, सब साधे सब जाय। अर्थ - एक समय में एक ही काम हाथ में लेना चाहिए, कई काम एक साथ करने से कोई काम सही नहीं होता है।
19- एक आँख से देखना। अर्थ - सबको बराबर समझना।
20- एक-एक नस पहचानना। अर्थ - सब कुछ समझना।
21- एक घाट का पानी पीना। अर्थ - एकता और सहनशील होना।
22- एक लकड़ी से सबको हाँकना। अर्थ - यथायोग्य व्यवहार न करना।
23- एक ही थैली के चट्टे-बट्टे। अर्थ - एक जैसे चरित्र और विचार के लोग।
24- एडि़याँ रगड़ना। अर्थ - बहुत दौड़-धूप करना।
25- एड़ी-चोटी का पसीना एक करना। अर्थ - घोर परिश्रम करना।