"ओंकार मांधाता" के अवतरणों में अंतर
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− | *यह स्थान पश्चिम रेलवे के [[अजमेर]]-खंडवा मार्ग पर ओंकारेश्वर स्टेशन से सात मील दूर है। | + | दूर है। |
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+ | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
+ | *ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 115| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार | ||
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08:19, 19 मई 2018 के समय का अवतरण
- ओंकार मांधाता ओंकारेश्वर का ही दूसरा नाम है:- देखें ओंकारेश्वर
ओंकार मांधाता या 'ओंकारेश्वर' मध्य प्रदेश में खंडवा के निकट नर्मदा नदी में एक पहाड़ी द्वीप है।
- मांधाता को अमरेश्वर भी कहते हैं।
- यह स्थान प्राचीन काल से ही तीर्थ के रूप में प्रख्यात है।
- जनश्रुति है कि राजा मांधाता ने इस द्वीप में शिव की आराधना की थी।
- द्वीप नर्मदा और उसकी एक उपधारा-कावेरी-से घिरा है।
- इसका आकार ओंकार[1] के समान है जो संभवत: इसके नामकरण का कारण है।
- इसके आस-पास अनेक छोटे-मोटे तीर्थस्थल हैं।
- स्कंद पुराण रेवाखंड[2] में इसका वर्णन है।
- अमरेश्वर के शिव की द्वादश ज्योतिर्लिंगों में गणना है।
- यह स्थान पश्चिम रेलवे के अजमेर-खंडवा मार्ग पर ओंकारेश्वर स्टेशन से सात मील
(लगभग 11.2 कि.मी.)
दूर है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 115| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
- ↑ प्रणव
- ↑ स्कंद पुराण रेवाखंड, 28, 133