चयनित चित्र 14
<toggledisplay status="hide" showtext="तोता (बड़ा करें) ▼" hidetext="तोता (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | तोता |
चित्रांकन (Author) | shivanayak |
स्रोत (Source) | www.flickr.com |
उपलब्ध (Available) | closer |
आभार (Credits) | shivanayak's photostream |
अन्य विवरण | तोता (अंग्रेज़ी: Parrot) एक घरेलू पक्षी है। तोते का वैज्ञानिक नाम सिटाक्यूला क्रेमरी है। यह छोटे आकार का छरहरा और लंबी व पतली पूँछ वाला बीजभक्षी है। |
यह चित्र क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के अंतर्गत उसके 'उपयोग के अधिकारों' का हनन किए बिना उपयोग किया गया है। कृपया चित्र के उपयोग अधिकार देखे बिना उनका उपयोग न करें। इससे चित्रों से संबधित अधिकारों के उल्लंघन होने की संभावना है। |
![]()
![]() |
This file is used under the Creative Commons license. |
![]() | ||
![]() | ||
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="ब्रह्माण्ड घाट, महावन, मथुरा (बड़ा करें) ▼" hidetext="ब्रह्माण्ड घाट, महावन, मथुरा (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | ब्रह्माण्ड घाट, महावन, मथुरा Brahmand Ghat, Mahavan, Mathura |
दिनांक (Date) | वर्ष - 2009 |
प्रयोग अनुमति (Permission) | © brajdiscovery.org |
अन्य विवरण | जन्मस्थली नन्दभवन से प्राय: एक मील पूर्व में ब्रह्माण्ड घाट विराजमान है। यहाँ पर बालकृष्ण ने गोप-बालकों के साथ खेलते समय मिट्टी खाई थी। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="बुलंद दरवाज़ा, फ़तेहपुर सीकरी, आगरा (बड़ा करें) ▼" hidetext="बुलंद दरवाज़ा, फ़तेहपुर सीकरी, आगरा (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | बुलंद दरवाज़ा, फ़तेहपुर सीकरी, आगरा Buland Darwaja, Fatehpur Sikri, Agra |
दिनांक (Date) | वर्ष - 2010 |
प्रयोग अनुमति (Permission) | © bharatdiscovery.org |
अन्य विवरण | फ़तेहपुर सीकरी में अकबर के समय के अनेक भवनों, प्रासादों तथा राजसभा के भव्य अवशेष आज भी वर्तमान हैं। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="गौतम बुद्ध की प्रतिमा, अमरावती (बड़ा करें) ▼" hidetext="गौतम बुद्ध की प्रतिमा, अमरावती (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | गौतम बुद्ध की प्रतिमा, अमरावती |
चित्रांकन (Author) | karathepirate |
स्रोत (Source) | www.flickr.com |
उपलब्ध (Available) | Dyana Buddha |
आभार (Credits) | karathepirate's photostream |
अन्य विवरण | बुद्ध की मूर्तियों को मानव आकृति के बजाय प्रतीकों के द्धारा गढ़ा गया है, जिससे पता चलता है। कि अमरावती शैली, मथुरा शैली और गान्धार शैली से पुरानी है। यह यूनानी प्रभाव से पूर्णतया मुक्त थी। इसमें कोई सन्देह नहीं है कि जिस समय अमरावती का स्तूप अपनी अक्षुण्ण अवस्था में रहा होगा, उस समय वह दक्षिण भारत के मूर्ति शिल्प का अपना ढँग का अत्यंत भव्य उदाहरण रहा होगा। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
यह चित्र क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के अंतर्गत उसके 'उपयोग के अधिकारों' का हनन किए बिना उपयोग किया गया है। कृपया चित्र के उपयोग अधिकार देखे बिना उनका उपयोग न करें। इससे चित्रों से संबधित अधिकारों के उल्लंघन होने की संभावना है। |
![]()
![]() |
This file is used under the Creative Commons license. |
![]() | ||
![]() | ||
![]() | ||
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="बृहदेश्वर मन्दिर, गंगैकोंडचोलपुरम (बड़ा करें) ▼" hidetext="बृहदेश्वर मन्दिर, गंगैकोंडचोलपुरम (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | बृहदेश्वर मन्दिर, गंगैकोंडचोलपुरम Brihadeeshwarar Temple, Gangaikondacholapuram |
चित्रांकन (Author) | swamysk |
स्रोत (Source) | www.flickr.com |
उपलब्ध (Available) | Brihadeeshwarar Temple, Gangaikondacholapuram |
आभार (Credits) | swamysk's photostream |
अन्य विवरण | गंगैकोंडचोलपुरम तमिलनाडु के त्रिचिनापल्ली ज़िले में अवस्थित है। गंगैकोंडचोलपुरम चोल वंश के प्रतापी राजा राजेन्द्र चोल (1014-44ई.) की राजधानी थी। उसकी सेनाएँ कलिंग को पार करके ओड्र उड़ीसा दक्षिण कौशल बंगाल और मगध होती हुई गंगा तक पहुँची थीं। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
यह चित्र क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के अंतर्गत उसके 'उपयोग के अधिकारों' का हनन किए बिना उपयोग किया गया है। कृपया चित्र के उपयोग अधिकार देखे बिना उनका उपयोग न करें। इससे चित्रों से संबधित अधिकारों के उल्लंघन होने की संभावना है। |
![]()
![]() |
This file is used under the Creative Commons license. |
![]() | ||
![]() | ||
![]() |
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="चंबा घाटी, हिमाचल प्रदेश (बड़ा करें) ▼" hidetext="चंबा घाटी, हिमाचल प्रदेश (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | चंबा घाटी, हिमाचल प्रदेश Chamba Valley, Himachal Pradesh |
चित्रांकन (Author) | Munish Chandel |
स्रोत (Source) | www.flickr.com |
उपलब्ध (Available) | Chamba - The Beautiful Valley |
आभार (Credits) | Munish Chandel's photostream |
अन्य विवरण | चंबा नगर, पश्चिमोत्तर हिमाचल प्रदेश राज्य, उत्तरी भारत में स्थित है। यह नगर दो पर्वत चोटियों के बीच रावी नदी द्वारा निर्मित ऊँचे टीले पर स्थित है। निचले टीले पर प्रसिद्ध चौगान है, जहाँ जन समारोह व उत्सव आयोजित किए जाते है, यहीं सरकारी कार्यालय और भूरी सिंह संग्रहालय भी स्थित है। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
यह चित्र क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के अंतर्गत उसके 'उपयोग के अधिकारों' का हनन किए बिना उपयोग किया गया है। कृपया चित्र के उपयोग अधिकार देखे बिना उनका उपयोग न करें। इससे चित्रों से संबधित अधिकारों के उल्लंघन होने की संभावना है। |
![]()
![]() |
This file is used under the Creative Commons license. |
![]() | ||
![]() | ||
![]() |
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="चारमीनार, हैदराबाद (बड़ा करें) ▼" hidetext="चारमीनार, हैदराबाद (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | चारमीनार, हैदराबाद Charminar, Hyderabad |
चित्रांकन (Author) | सोहम बेनर्जी |
स्रोत (Source) | www.flickr.com |
उपलब्ध (Available) | Charminar |
आभार (Credits) | soham_pablo's photostream |
अन्य विवरण | चारमीनार को 1591 में मुहम्मद कुली क़ुतुबशाह शाह द्वारा बनवाया गया । |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
यह चित्र क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के अंतर्गत उसके 'उपयोग के अधिकारों' का हनन किए बिना उपयोग किया गया है। कृपया चित्र के उपयोग अधिकार देखे बिना उनका उपयोग न करें। इससे चित्रों से संबधित अधिकारों के उल्लंघन होने की संभावना है। |
![]()
![]() |
This file is used under the Creative Commons license. |
![]() | ||
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="चुनार क़िला, उत्तर प्रदेश (बड़ा करें) ▼" hidetext="चुनार क़िला, उत्तर प्रदेश (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | चुनार क़िला, उत्तर प्रदेश Chunar Fort, Uttar Pradesh |
दिनांक (Date) | 1790-1800 |
स्रोत (Source) | www.columbia.edu |
अन्य विवरण | उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर ज़िले में विंध्याचल की पहाड़ियों में गंगा तट पर चुनार क़िला स्थित है। चुनार का प्राचीन नाम चरणाद्रि था। चौदहवीं शताब्दी में यह दुर्ग चंदेलों के अधिकार में था। सोलहवीं शताब्दी में चुनार को बिहार तथा बंगाल को जीतने के किए पहला बड़ा नाका समझा जाता था। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
यह कृति सार्वजनिक क्षेत्र में है (कॉपीराइट मुक्त) क्योंकि इसके प्रकाशनाधिकार की अवधि समाप्त हो चुकी है। |
This work is in the public domain in India because its term of copyright has expired. | |
|
See this page for further explanation |
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="छोटा इमामबाड़ा, लखनऊ (बड़ा करें) ▼" hidetext="छोटा इमामबाड़ा, लखनऊ (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | छोटा इमामबाड़ा, लखनऊ Chota Imambara, Lucknow |
चित्रांकन (Author) | shiv.captain |
स्रोत (Source) | www.flickr.com |
उपलब्ध (Available) | Chota Imambara |
आभार (Credits) | shiv.captain's photostream |
अन्य विवरण | 'नवाबों के शहर' के नाम से मशहूर लखनऊ शहर में छोटा इमामबाड़ा भी प्रसिद्ध है। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
यह चित्र क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के अंतर्गत उसके 'उपयोग के अधिकारों' का हनन किए बिना उपयोग किया गया है। कृपया चित्र के उपयोग अधिकार देखे बिना उनका उपयोग न करें। इससे चित्रों से संबधित अधिकारों के उल्लंघन होने की संभावना है। |
![]()
![]() |
This file is used under the Creative Commons license. |
![]() | ||
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="छत्रपति शाहू संग्रहालय, कोल्हापुर (बड़ा करें) ▼" hidetext="छत्रपति शाहू संग्रहालय, कोल्हापुर (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | छत्रपति शाहू संग्रहालय, कोल्हापुर Chhatrapati Shahu Museum, Kolhapur |
चित्रांकन (Author) | Ankur P |
स्रोत (Source) | www.flickr.com |
उपलब्ध (Available) | New Palace Kolhapur |
आभार (Credits) | Ankur P's photostream |
अन्य विवरण | 1884 में बने इस महल का महाराजा का नया महल भी कहा जाता है। इसका डिजाइन मेजन मंट ने बनाया था। महल के वास्तुशिल्प पर गुजरात और राजस्थान के जैन व हिंदू कला तथा स्थानीय रजवाड़ा शैली का प्रभाव है। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
यह चित्र क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के अंतर्गत उसके 'उपयोग के अधिकारों' का हनन किए बिना उपयोग किया गया है। कृपया चित्र के उपयोग अधिकार देखे बिना उनका उपयोग न करें। इससे चित्रों से संबधित अधिकारों के उल्लंघन होने की संभावना है। |
![]()
![]() |
This file is used under the Creative Commons license. |
![]() | ||
![]() | ||
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="चेन्नाकेशव मंदिर, बेलूर (बड़ा करें) ▼" hidetext="चेन्नाकेशव मंदिर, बेलूर (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | चेन्नाकेशव मंदिर, बेलूर Chennakeshava Temple, Belur |
चित्रांकन (Author) | Dietmut Teijgeman-Hansen |
स्रोत (Source) | www.flickr.com |
उपलब्ध (Available) | Chennakeshava tempel in Belur |
आभार (Credits) | tdietmut's photostream |
अन्य विवरण | होयसल वंशीय नरेश विष्णुवर्धन का 1117 ई. में बनवाया हुआ चेन्नाकेशव का प्रसिद्ध मन्दिर बेलूर की ख्याति का कारण है। इस मन्दिर को, जो स्थापत्य एवं मूर्तिकला की दृष्टि से भारत के सर्वोत्तम मन्दिरों में है, मुसलमानों ने कई बार लूटा किन्तु हिन्दू नरेशों ने बार-बार इसका जीर्णोद्वार करवाया। मन्दिर 178 फुट लम्बा और 156 फुट चौड़ा है। परकोटे में तीन प्रवेशद्वार हैं, जिनमें सुन्दिर मूर्तिकारी है। इसमें अनेक प्रकार की मूर्तियाँ जैसे हाथी, पौराणिक जीवजन्तु, मालाएँ, स्त्रियाँ आदि उत्कीर्ण हैं। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
यह चित्र क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के अंतर्गत उसके 'उपयोग के अधिकारों' का हनन किए बिना उपयोग किया गया है। कृपया चित्र के उपयोग अधिकार देखे बिना उनका उपयोग न करें। इससे चित्रों से संबधित अधिकारों के उल्लंघन होने की संभावना है। |
![]()
![]() |
This file is used under the Creative Commons license. |
![]() | ||
![]() | ||
![]() |
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="सूर्य मंदिर, कोणार्क (बड़ा करें) ▼" hidetext="सूर्य मंदिर, कोणार्क (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | सूर्य मंदिर, कोणार्क Sun Temple, Konark |
चित्रांकन (Author) | Dietmut Teijgeman-Hansen |
स्रोत (Source) | www.flickr.com |
उपलब्ध (Available) | India / Orissa |
आभार (Credits) | tdietmut (traying to catch up)'s photostream |
अन्य विवरण | सूर्य मंदिर भारत के उड़ीसा राज्य के पुरी ज़िले के पुरी नामक शहर में स्थित है। कोणार्क सूर्य मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर कोणार्क की रेतीली भूमि पर स्थित है। पुरातत्त्व और ऐतिहासिक दृष्टि से यह मंदिर बड़ा महत्त्वपूर्ण हैं। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
यह चित्र क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के अंतर्गत उसके 'उपयोग के अधिकारों' का हनन किए बिना उपयोग किया गया है। कृपया चित्र के उपयोग अधिकार देखे बिना उनका उपयोग न करें। इससे चित्रों से संबधित अधिकारों के उल्लंघन होने की संभावना है। |
![]()
![]() |
This file is used under the Creative Commons license. |
![]() | ||
![]() | ||
![]() |
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="आगाख़ान महल, पुणे (बड़ा करें) ▼" hidetext="आगाख़ान महल, पुणे (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | आगाख़ान महल, पुणे Aga Khan Palace, Puna |
चित्रांकन (Author) | Khushroo Cooper |
स्रोत (Source) | www.flickr.com |
उपलब्ध (Available) | Aga Khan Palace |
आभार (Credits) | Khushroo "KC" Cooper's photostream |
अन्य विवरण | आगाख़ान महल नगर रोड पर स्थित है। आगाख़ान महल का निर्माण 1892 में इमाम सुल्तान मोहम्मद शाह आगाख़ान ने 111 में किया था। 1969 में आगाख़ान ने यह महल भारत सरकार को सौंप दिया। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
यह चित्र क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के अंतर्गत उसके 'उपयोग के अधिकारों' का हनन किए बिना उपयोग किया गया है। कृपया चित्र के उपयोग अधिकार देखे बिना उनका उपयोग न करें। इससे चित्रों से संबधित अधिकारों के उल्लंघन होने की संभावना है। |
![]()
![]() |
This file is used under the Creative Commons license. |
![]() | ||
![]() | ||
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="अहोई अष्टमी (बड़ा करें) ▼" hidetext=" अहोई अष्टमी (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | अहोई अष्टमी Ahoi Ashhtami |
प्रयोग अनुमति (Permission) | © bharatdiscovery.org |
अन्य विवरण | कार्तिक कृष्ण अष्टमी को महिलायें अपनी सन्तान की रक्षा और दीर्घ आयु के लिए यह व्रत रखती हैं। इस दिन धोबी मारन लीला का भी मंचन होता है, जिसमें श्रीकृष्ण द्वारा कंस के भेजे धोबी का वध करते प्रदर्शन किया जाता है। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
</toggledisplay>
<toggledisplay status="hide" showtext="कार्ले चैत्यगृह, अजंता की गुफ़ाएं, औरंगाबाद (बड़ा करें) ▼" hidetext="कार्ले चैत्यगृह, अजंता की गुफ़ाएं, औरंगाबाद (छोटा करें) [X]">
विवरण (Description) | कार्ले चैत्यगृह, अजंता की गुफ़ाएं, औरंगाबाद |
चित्रांकन (Author) | PnP |
स्रोत (Source) | www.flickr.com |
उपलब्ध (Available) | Ajanta Caves |
आभार (Credits) | PnP!'s photostream |
अन्य विवरण | चट्टानों को काटकर बनाए गए बौद्ध गुफ़ा मंदिर व मठ, अजंता गाँव के समीप, उत्तर-मध्य महाराष्ट्र, पश्चिमी भारत में स्थित है, जो अपनी भित्ति चित्रकारी के लिए विख्यात है। औरंगाबाद से 107 किलोमीटर पूर्वोत्तर में वगुर्ना नदी घाटी के 20 मीटर गहरे बाएँ छोर पर एक चट्टान के आग्नेय पत्थरों की परतों को खोखला करके ये मंदिर बनाए गए हैं। |
इस चित्र का चयन मुखपृष्ठ के लिए किया गया है। सभी चयनित चित्र देखें |
यह चित्र क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के अंतर्गत उसके 'उपयोग के अधिकारों' का हनन किए बिना उपयोग किया गया है। कृपया चित्र के उपयोग अधिकार देखे बिना उनका उपयोग न करें। इससे चित्रों से संबधित अधिकारों के उल्लंघन होने की संभावना है। |
![]()
![]() |
This file is used under the Creative Commons license. |
![]() | ||
![]() | ||
![]() |
</toggledisplay>