उदयपुर पर्यटन

City Palace, Udaipur
राजस्थान, उदयपुर, उत्तरी भारत का सबसे आकर्षक पर्यटन स्थल माना जाता है। उदयपुर को झीलों का शहर भी कहते हैं। पर्यटकों के आकर्षण के लिए यहाँ बहुत कुछ है। झीलों के साथ रेगिस्तान का अनोखा संगम अन्य कहीं देखने को नहीं मिलता है। यह शहर अरावली पहाड़ी के पास राजस्थान में स्थित है। यहाँ के प्रमुख दर्शनीय चीजें यहाँ के शासकों द्वारा बनवाई गए महलें, झीलें, बगीचे तथा स्मारक हैं। ये सभी चीजें हमें सिसोदिया राजपूत शासकों के सदगुण, विजय तथा स्वतंत्रता की याद दिलाते हैं। इनका निर्माण उस समय हुआ जब मेवाड़ ने पहली बार मुग़लों की अधीनता स्वीकार की थी तथा बाद में अंग्रेज़ों की। आपको उदयपुर घूमने के लिए कम-से-कम तीन दिन का समय देना चाहिए। इसके आसपास के स्थानों को घूमने के लिए दो और दिन देने चाहिए।
पर्यटन स्थल
सिटी पैलेस काम्पलेक्स
सिटी पैलेस काम्पलेक्स पिछोला झील पर स्थित है। महाराणा उदय सिंह द्वारा इस महल का निर्माण आरंभ किया गया था किन्तु आगे आने वाले महाराणाओं ने इस संकुल में कई महल और संरचनाओं को जोड़ा, इस पैलेस में संकल्पना की एक रूपता को बनाए रखा है। महल में प्रवेश करने का स्थान हाथी पोल की ओर से है। बड़ी पोल या बड़ा गेट त्रिपोलिया अर्थात तीन प्रवेश द्वारों में से एक है। एक समय में यह रिवाज था कि महाराणा इस प्रवेश द्वार के नीचे सोने और चाँदी से तौले जाते थे और फिर यह गरीबों में बाँट दिया जाता था।
सिटी पैलेस संग्रहालय
- सिटी पैलेस महल का मुख्य हिस्सा अब एक संग्रहालय के रूप में संरक्षित कर दिया गया है।
- यह संग्रहालय कलात्मक वस्तुओं का एक बड़ा और विविध संग्रह प्रदर्शित करता है।
सरकारी संग्रहालय
- उदयपुर के सरकारी संग्रहालय में मेवाड़ से संबंधित शिलालेख रखे हुए हैं।
- ये शिलालेख दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से 19वीं शताब्दी तक हैं।
काँच गैलरी
- उदयपुर की काँच गैलेरी धन के अपव्यय को दर्शाती है।
- उदयपुर के राणा सज्जन सिंह ने 1877 ई. में इंग्लैण्ड की एफ. एंड. सी. ओसलर एण्ड कंपनी से काँच के सामानों की ख़रीददारी की थी।
विंटेज कार सिटी पैलेस
- उदयपुर में विंटेज कार सिटी पैलेस है।
- विंटेज कार सिटी पैलेस परिसर से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

Ranakpur Jain Temple, Udaipur
बगोर की हवेली
- उदयपुर के प्रधानमंत्री अमरचंद वादवा का निवास स्थान बगोर की हवेली था।
- यह हवेली पिछोला झील के सामने है।
आहर
- उदयपुर में आहर का उपयोग मेवाड़ के राजपरिवार के लोगों के क़ब्रिस्तान के रुप में होता है।
- ये स्मारक चार दशकों में बने हैं।
मानसून भवन
- उदयपुर के मानसून भवन को मूल रुप से सज्जन घर के नाम से जाना जाता था।
- इसे सज्जन सिंह के द्वारा 19वीं शताब्दी में बनवाया गया था।
उदयपुर की सात बहनें
- उदयपुर की सात बहनें अर्थात सात झील।
- उदयपुर के शासक जल के महत्व को समझते थे।
एकलिंगजी
- उदयपुर में एकलिंगजी (23 किलोमीटर उत्तर) मंदिर परिसर कैलाश पुरी गाँव में स्थित है।
- एकलिंगजी को शिव का ही एक रुप माना जाता है।
- ऐसा माना जाता है कि एकलिंगजी ही मेवाड़ के शासक हैं।
हल्दीघाटी
- उदयपुर में हल्दीघाटी (40 किलोमीटर उत्तर) स्थित है।
- यह एकलिंगजी से 18 किलोमीटर की दूरी पर है।
नाथद्वार
- उदयपुर के नाथद्वार (47 किलोमीटर उत्तर) में श्रीनाथजी का मंदिर है।
- यह मंदिर पुष्टिमार्ग संप्रदाय के अनुयायियों का सबसे पवित्र स्थान है।
- श्रीनाथजी भगवान कृष्ण के ही रुप हैं।
कंकरोली तथा राजसमंद
- उदयपुर में कंकरोली तथा राजसमंद ( 66 किलोमीटर उत्तर पूर्व) स्थित हैं।
- राजसमंद झील कंकरोली तथा राजसमंद शहरों के बीच स्थित है।
राजसमंद झील
- उदयपुर में राजसमंद झील (48 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व) भारत की सबसे बड़ा कृत्रिम झील है।
- यह झील 88 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।
- महाराणा जयसिंह ने इस झील का निर्माण 17वीं शताब्दी में गोमती नदी पर बाँध बनाकर किया था।
जग निवास द्वीप
- उदयपुर में स्थित पिछोला झील पर बने द्वीप पैलेस में यह एक महल है|
- जो अब एक सुविधाजनक होटल का रूप ले चुका है।
एकलिंगगढ़
शिल्पग्राम
- उदयपुर में एक शिल्पग्राम स्थित है|
- जहाँ गोवा, गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र के पारंपररिक घरों को दिखाया गया है।
सज्जनगढ़
- उदयपुर शहर के दक्षिण में अरावली पर्वतमाला के एक पहाड़ की चोटी पर इस महल का निर्माण महाराजा सज्जन सिंह ने करवाया था।
- सज्जनगढ़ में गर्मियों में भी अच्छी ठंडी हवाऐं चलती हैं।
मोती नगरी
- उदयपुर में मोती नगरी फतेह सागर के पास की पहाड़ी पर स्थित है।
- यहाँ प्रसिद्ध राजपूत राजा महाराणा प्रताप की मूर्ति है।

Kumbhalgarh, Udaipur
- सहेलियों की बाड़ी
- शहरपनाह
- पुराना राजमहल
- सज्जन निवास
- धोला महल
- खास ओदी तथा सीसारमा गाँव
- कुंभलगढ़
- जावर
- चावंड़
- कांकड़ोली
धार्मिक स्थल
नागदा
नागदा का प्राचीन शहर पहले रावल नागादित्य की राजधानी थी। वर्तमान में यह एक छोटा सा गाँव है। यह गाँव 11वीं शताब्दी में बने 'सास-बहू' मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर का मूल नाम 'सहस्त्रबाहु' था जो कि विकृत होकर सास-बहू हो गया है। यह एक छोटा सा मंदिर है। लेकिन मंदिर की वास्तुशैली काफ़ी आकर्षक है।

Jagdish Temple, Udaipur
जगदीश मंदिर
- उदयपुर के जगदीश मंदिर की स्थापना 1651 ई. में हुई थी।
- जगदीश मंदिर इंडो-आर्यन शैली में बना हुआ था।
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