"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/5": अवतरणों में अंतर
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{ | {[[सिन्धु घाटी की सभ्यता]] निम्नलिखित में से किस सभ्यता के समकालीन नहीं थी?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-01.प्रश्न-02 | ||
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-मिस्र की सभ्यता | -[[मिस्र]] की सभ्यता | ||
-मेसोपोटामिया की सभ्यता | -मेसोपोटामिया की सभ्यता | ||
-चीन की सभ्यता | -[[चीन]] की सभ्यता | ||
+क्रीट की सभ्यता | +क्रीट की सभ्यता | ||
{कौन-से तीन वेद संयुक्त रूप से 'त्रयी' और 'वेदत्रयी' कहलाते हैं?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-04.प्रश्न-11 | {कौन-से तीन [[वेद]] संयुक्त रूप से 'त्रयी' और 'वेदत्रयी' कहलाते हैं?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-04.प्रश्न-11 | ||
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+ऋग्वेद, यजुर्वेद और सामवेद | +[[ऋग्वेद]], [[यजुर्वेद]] और [[सामवेद]] | ||
-ऋग्वेद, यजुर्वेद और अथर्ववेद | -[[ऋग्वेद]], [[यजुर्वेद]] और [[अथर्ववेद]] | ||
-ऋग्वेद, सामवेद और | -[[ऋग्वेद]], [[सामवेद]] और [[अथर्ववेद]] | ||
-यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद | -[[यजुर्वेद]], [[सामवेद]] और [[अथर्ववेद]] | ||
{कश्मीर में कनिष्क के शासनकाल में जो बौद्ध संगीति आयोजित हुई थी, उसकी अध्यक्षता किसने की थी?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-12.प्रश्न-72 | {[[कश्मीर]] में [[कनिष्क]] के शासनकाल में जो [[बौद्ध संगीति]] आयोजित हुई थी, उसकी अध्यक्षता किसने की थी?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-12.प्रश्न-72 | ||
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-पार्श्वनाथ | -[[पार्श्वनाथ तीर्थंकर|पार्श्वनाथ]] | ||
-नागार्जुन | -[[नागार्जुन बौद्धाचार्य|नागार्जुन]] | ||
-शूद्रक | -[[शूद्रक]] | ||
+वसुमित्र | +वसुमित्र | ||
{ऋग्वेद में किन दो जैन तीर्थंकरों का उल्लेख मिलता है?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-13,प्रश्न-84 | {[[ऋग्वेद]] में किन दो [[जैन]] [[तीर्थंकर|तीर्थंकरों]] का उल्लेख मिलता है?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-13,प्रश्न-84 | ||
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+अरिष्टनेमि और पार्श्वनाथ | +अरिष्टनेमि और [[पार्श्वनाथ तीर्थंकर|पार्श्वनाथ]] | ||
-पार्श्वनाथ और निर्ग्रंथनाथपुत्र | -[[पार्श्वनाथ तीर्थंकर|पार्श्वनाथ]] और निर्ग्रंथनाथपुत्र | ||
-अश्वजित और संजय वेलट्ठिपुत्त | -अश्वजित और संजय वेलट्ठिपुत्त | ||
-ऋषभदेव और पार्श्वनाथ | -[[ऋषभदेव]] और [[पार्श्वनाथ तीर्थंकर|पार्श्वनाथ]] | ||
{प्रसिद्ध कलाविद फ़र्ग्युसन ने किसके बारे में कहा है कि "उस काल के कलाकारों ने दैत्यों की तरह कल्पना की और जौहरियों की तरह उसे पूरा किया"?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-36,प्रश्न-110 | {प्रसिद्ध कलाविद [[फ़र्ग्युसन]] ने किसके बारे में कहा है कि "उस काल के कलाकारों ने [[दैत्य|दैत्यों]] की तरह कल्पना की और जौहरियों की तरह उसे पूरा किया"?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-36,प्रश्न-110 | ||
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+चोल स्थापत्य कला | +[[चोल]] स्थापत्य कला | ||
-राष्ट्रकूट स्थापत्य कला | -[[राष्ट्रकूट]] स्थापत्य कला | ||
-विजयनगर स्थापत्य कला | -[[विजयनगर साम्राज्य|विजयनगर]] स्थापत्य कला | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{राजशेखर एवं जिनप्रभा सूरि जैसे जैन विद्वानों को किस सुल्तान ने राजकीय संरक्षण दिया?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-44,प्रश्न-181 | {[[राजशेखर]] एवं जिनप्रभा सूरि जैसे [[जैन]] विद्वानों को किस सुल्तान ने राजकीय संरक्षण दिया?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-44,प्रश्न-181 | ||
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-ग़यासुद्दीन तुग़लक़ | -[[ग़यासुद्दीन तुग़लक़]] | ||
-अलाउद्दीन ख़िलजी | -[[अलाउद्दीन ख़िलजी]] | ||
+मुहम्मद बिन तुग़लक़ | +[[मुहम्मद बिन तुग़लक़]] | ||
-फ़िरोज तुग़लक़ | -[[फ़िरोज शाह तुग़लक़]] | ||
{कश्मीर के प्रसिद्ध शासक जेन-उल-आबिदीन ने महाभारत, | {[[कश्मीर]] के प्रसिद्ध शासक [[जेन उल आबिदीन|जेन-उल-आबिदीन]] ने '[[महाभारत]]', '[[राजतरंगिणी]]' आदि [[संस्कृत]] ग्रंथों का अनुवाद किस [[भाषा]] में करवाया?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-48,प्रश्न-94 | ||
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-उर्दू | -[[उर्दू]] | ||
-अरबी | -[[अरबी भाषा|अरबी]] | ||
+फ़ारसी | +[[फ़ारसी भाषा|फ़ारसी]] | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{आधुनिक भारत में हिन्दू धर्म में पहला सुधार आंदोलन था?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-82,प्रश्न-01 | {[[आधुनिक भारत]] में [[हिन्दू धर्म]] में पहला सुधार आंदोलन था?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-82,प्रश्न-01 | ||
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+ब्रह्म समाज | +[[ब्रह्म समाज]] | ||
-आर्य समाज | -[[आर्य समाज]] | ||
-थियोसोफ़िकल | -[[थियोसोफ़िकल सोसाइटी]] | ||
-रामकृष्ण मिशन | -[[रामकृष्ण मिशन]] | ||
{'राजनीतिक स्वतन्त्रता राष्ट्र की | {'राजनीतिक स्वतन्त्रता राष्ट्र की प्राण वायु है", यह कथन निम्न में से किसका है?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-101,प्रश्न-72 | ||
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-मोतीलाल नेहरू | -[[मोतीलाल नेहरू]] | ||
-व्योमेश | -[[व्योमेश चन्द्र बनर्जी]] | ||
+अरविन्द घोष | +[[अरविन्द घोष]] | ||
-महात्मा गाँधी | -[[महात्मा गाँधी]] | ||
{सिन्धु घाटी की सभ्यता कहाँ तक विस्तृत थी?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-01.प्रश्न-03 | {[[सिन्धु घाटी की सभ्यता]] कहाँ तक विस्तृत थी?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-01.प्रश्न-03 | ||
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-पंजाब, दिल्ली और जम्मू-कश्मीर | -[[पंजाब]], [[दिल्ली]] और [[जम्मू-कश्मीर]] | ||
-राजस्थान, बिहार, बंगाल और उड़ीसा | -[[राजस्थान]], [[बिहार]], [[बंगाल]] और [[उड़ीसा]] | ||
-पंजाब, राजस्थान, गुजरात, उड़ीसा और बंगाल | -[[पंजाब]], [[राजस्थान]], [[गुजरात]], [[उड़ीसा]] और [[बंगाल]] | ||
+पंजाब, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, सिंध और | +[[पंजाब]], [[राजस्थान]], [[गुजरात]], [[उत्तर प्रदेश]], [[हरियाणा]], [[सिंध]] और [[बलूचिस्तान]] | ||
{धर्मशास्त्रों में भूराजस्व की दर क्या है?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-04.प्रश्न-32 | {[[धर्मशास्त्र|धर्मशास्त्रों]] में भूराजस्व की दर क्या है?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-04.प्रश्न-32 | ||
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{आष्टांगिक मार्ग की संकल्पना, अंग है-(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-12.प्रश्न-74 | {आष्टांगिक मार्ग की संकल्पना, अंग है-(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-12.प्रश्न-74 | ||
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-'दीपवंश' की विषयवस्तु का | -'[[दीपवंश]]' की विषयवस्तु का | ||
-'दिव्यावदान' की विषयवस्तु का | -'[[दिव्यावदान]]' की विषयवस्तु का | ||
-महापरिनिर्वाण सुत्त की विषयवस्तु का | -महापरिनिर्वाण सुत्त की विषयवस्तु का | ||
+धर्मचक्रप्रवर्तन सुत्त की विषयवस्तु का | +धर्मचक्रप्रवर्तन सुत्त की विषयवस्तु का | ||
{महावीर की मृत्यु के बाद जैन संघ का अगला अध्यक्ष कौन हुआ?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-13,प्रश्न-87 | {[[महावीर]] की मृत्यु के बाद [[जैन|जैन संघ]] का अगला अध्यक्ष कौन हुआ?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-13,प्रश्न-87 | ||
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-गोशाल | -गोशाल | ||
-मल्लिनाथ | -[[मल्लिनाथ]] | ||
+सुधर्मन | +[[सुधर्मन]] | ||
-वज्रस्वामी | -वज्रस्वामी | ||
{तंजौर का | {[[तंजौर]] का '[[बृहदीश्वर मंदिर]]' किस [[देवता]] को समर्पित है?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-36,प्रश्न-111 | ||
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-विष्णु | -[[विष्णु]] | ||
+शिव | +[[शिव]] | ||
-सूर्य | -[[सूर्य देव|सूर्य]] | ||
-इन्द्र | -[[इन्द्र]] | ||
{किस सुल्तान ने 24 कष्टदायक करों के स्थान पर केवल 4 कर लगाये?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-44,प्रश्न-182 | {किस सुल्तान ने 24 कष्टदायक करों के स्थान पर केवल 4 कर लगाये?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-44,प्रश्न-182 | ||
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-ग़यासुद्दीन तुग़लक़ | -[[ग़यासुद्दीन तुग़लक़]] | ||
-मुहम्मद बिन तुग़लक़ | -[[मुहम्मद बिन तुग़लक़]] | ||
+ | +[[फ़िरोज शाह तुग़लक़]] | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{कश्मीर के किस शासक को कश्मीरी 'बड़शाह' (महान सुल्तान) के नाम से याद करते हैं?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-48,प्रश्न-95 | {[[कश्मीर]] के किस शासक को कश्मीरी 'बड़शाह' (महान सुल्तान) के नाम से याद करते हैं?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-48,प्रश्न-95 | ||
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+जेन-उल-आबिदीन | +[[जेन उल आबिदीन|जेन-उल-आबिदीन]] | ||
-सुल्तान सिकन्दर 'बुताशिकन' | -सुल्तान सिकन्दर 'बुताशिकन' | ||
-सुल्तान शिहाबुद्दीन | -[[शिहाबुद्दीन उमर ख़िलजी|सुल्तान शिहाबुद्दीन]] | ||
-सुल्तान क़ुतुबुद्दीन | -[[क़ुतुबुद्दीन ऐबक|सुल्तान क़ुतुबुद्दीन]] | ||
{'ब्रह्म समाज' का उद्देश्य था-(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-82,प्रश्न-02 | {'[[ब्रह्म समाज]]' का उद्देश्य था-(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-82,प्रश्न-02 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-हिन्दू धर्म की बुराइयों पर प्रहार करना | -[[हिन्दू धर्म]] की बुराइयों पर प्रहार करना | ||
-एकेश्वरवाद का प्रचार करना | -[[एकेश्वरवाद]] का प्रचार करना | ||
+उपरोक्त दोनों | +उपरोक्त दोनों | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{राष्ट्रीय शोक दिवस कब मनाया गया था?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-101,प्रश्न-73 | {'राष्ट्रीय शोक दिवस' कब मनाया गया था?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-101,प्रश्न-73 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+महात्मा गाँधी की मृत्यु के दिन | +[[महात्मा गाँधी]] की मृत्यु के दिन | ||
-भारत विभाजन के दिन | -[[भारत विभाजन]] के दिन | ||
-बंगाल विभाजन के दिन | -[[बंगाल विभाजन]] के दिन | ||
-कांग्रेस विभाजन के दिन | -[[कांग्रेस]] के विभाजन के दिन | ||
{पैमानों की खोज ने यह सिद्ध कर दिया है कि सिन्धु घाटी के लोग माप और तौल से परिचित थे। यह खोज कहाँ हुई?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-01.प्रश्न-14 | {पैमानों की खोज ने यह सिद्ध कर दिया है कि [[सिन्धु घाटी की सभ्यता|सिन्धु घाटी]] के लोग [[माप-तौल एवं इकाई|माप और तौल]] से परिचित थे। यह खोज कहाँ हुई?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-01.प्रश्न-14 | ||
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- | -[[कालीबंगा]] | ||
-हड़प्पा | -[[हड़प्पा]] | ||
- | -[[चन्हूदड़ों]] | ||
+लोथल | +[[लोथल]] | ||
{किस काल में अछूत की अवधारणा स्पष्ट रूप से उदित हुई?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-04.प्रश्न-34 | {किस काल में अछूत की अवधारणा स्पष्ट रूप से उदित हुई?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-04.प्रश्न-34 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-ऋग्वैदिक काल | -ऋग्वैदिक काल | ||
-उत्तर-वैदिक काल | -[[उत्तर वैदिक काल|उत्तर-वैदिक काल]] | ||
-उत्तर-गुप्त काल | -[[गुप्त काल|उत्तर-गुप्त काल]] | ||
+धर्मशास्त्र के काल में | +[[धर्मशास्त्र]] के काल में | ||
{' | {'[[मिलिंदपन्हो]]' (मिलिंद के प्रश्न) [[मिलिंद (मिनांडर)|राजा मिलिंद]] और किस [[बौद्ध]] भिक्षु के मध्य संवाद के रूप में है?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-12.प्रश्न-75 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+नागसेन | +[[नागसेन]] | ||
-नागार्जुन | -[[नागार्जुन बौद्धाचार्य|नागार्जुन]] | ||
-नागभट्ट | -[[नागभट्ट प्रथम|नागभट्ट]] | ||
-कुमारिल भट्ट | -[[कुमारिल भट्ट]] | ||
{जैन ग्रंथ 'कल्पसूत्र' के रचयिता कौन थे?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-13,प्रश्न-89 | {[[जैन]] [[ग्रंथ]] '[[कल्पसूत्र]]' के रचयिता कौन थे?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-13,प्रश्न-89 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+ | +[[भद्रबाहू]] | ||
-स्थूलभद्र | -स्थूलभद्र | ||
-हेमचन्द्र | -[[हेमचन्द्र राय चौधरी|हेमचन्द्र]] | ||
-स्वयंभू | -[[स्वयंभू देव|स्वयंभू]] | ||
{ | {'[[गंगैकोंडचोलपुरम]]' के [[शिव]] मन्दिर का निर्माण किसके समय में हुआ था?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-36,प्रश्न-112 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-राजराज प्रथम | -[[राजराज प्रथम]] | ||
+राजेन्द्र प्रथम | +[[राजेन्द्र प्रथम]] | ||
- | -[[परान्तक प्रथम]] | ||
-राजेन्द्र द्वितीय | -[[राजेन्द्र द्वितीय]] | ||
{निम्नलिखित में से किसने सेना को नकद वेतन देने की व्यवस्था समाप्त कर 'वजेह' (भूमिकर वसूलने का अधिकार) या 'इतलाक' (धनादेश के लिए पत्र) के | {निम्नलिखित में से किसने सेना को नकद वेतन देने की व्यवस्था समाप्त कर 'वजेह' (भूमिकर वसूलने का अधिकार) या 'इतलाक' (धनादेश के लिए पत्र) के माध्यम से वेतन भुगतान का आदेश दिया?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-44,प्रश्न-183 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अलाउद्दीन ख़िलजी | -[[अलाउद्दीन ख़िलजी]] | ||
-बलबन | -[[बलबन]] | ||
+फ़िरोज तुग़लक़ | +[[फ़िरोज शाह तुग़लक़]] | ||
-ग़यासुद्दीन तुग़लक़ | -[[ग़यासुद्दीन तुग़लक़]] | ||
{महाभारत का बांग्ला भाषा में अनुवाद बंगाल के किस सुल्तान ने करवाया?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-48,प्रश्न-96 | {'[[महाभारत]]' का [[बांग्ला भाषा]] में अनुवाद [[बंगाल (आज़ादी से पूर्व)|बंगाल]] के किस सुल्तान ने करवाया?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-48,प्रश्न-96 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अलाउद्दीन | -[[अलाउद्दीन हुसैनशाह]] | ||
+नुसरत शाह | +नुसरत शाह | ||
-राजा गणेश | -[[राजा गणेश]] | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{'ब्रह्म समाज' का विरोधी संगठन कौन-सा था, जिसका उद्देश्य | {'[[ब्रह्म समाज]]' का विरोधी संगठन कौन-सा था, जिसका उद्देश्य '[[सती प्रथा]]' सहित अन्य सुधारों का विरोध करना था?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-82,प्रश्न-03 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+धर्म सभा | +धर्म सभा | ||
-तत्वबोधिनी सभा | -तत्वबोधिनी सभा | ||
-आर्य समाज | -[[आर्य समाज]] | ||
-प्रार्थना समाज | -[[प्रार्थना समाज]] | ||
{श्रीमती ऐनी बेसेन्ट कांग्रेस की अध्यक्ष कब निर्वाचित हुई थीं?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-101,प्रश्न-74 | {[[ऐनी बेसेन्ट|श्रीमती ऐनी बेसेन्ट]] [[कांग्रेस]] की अध्यक्ष कब निर्वाचित हुई थीं?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-101,प्रश्न-74 | ||
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+कलकत्ता अधिवेशन, 1917 | +[[कलकत्ता अधिवेशन कलकत्ता|कलकत्ता अधिवेशन]], [[1917]] | ||
-मुम्बई अधिवेशन, 1918 | -मुम्बई अधिवेशन, [[1918]] | ||
-अमृतसर अधिवेशन, 1919 | -अमृतसर अधिवेशन, [[1919]] | ||
-लखनऊ अधिवेशन, 1916 | -[[कांग्रेस अधिवेशन लखनऊ|लखनऊ अधिवेशन]], [[1916]] | ||
{हड़प्पाकालीन समाज किन वर्गों में विभक्त था?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-01.प्रश्न-15 | {[[हड़प्पा समाज और संस्कृति|हड़प्पाकालीन समाज]] किन वर्गों में विभक्त था?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-01.प्रश्न-15 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-शिकारी, | -शिकारी, [[पुरोहित]], किसान, [[क्षत्रिय]] | ||
+विद्वान, योद्धा, व्यापारी और श्रमिक | +विद्वान, योद्धा, व्यापारी और श्रमिक | ||
-ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र | -[[ब्राह्मण]], [[क्षत्रिय]], [[वैश्य]] और [[शूद्र]] | ||
-राजा, पुरोहित, सैनिक और शूद्र | -राजा, [[पुरोहित]], सैनिक और [[शूद्र]] | ||
{एशिया माइनर स्थित बोगाजकोई का महत्त्व इसलिए है कि-(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-04.प्रश्न-35 | {[[एशिया माइनर]] स्थित [[बोगाजकोई]] का महत्त्व इसलिए है कि-(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-04.प्रश्न-35 | ||
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+वहाँ जो अभिलेख प्राप्त हुए हैं, उनमें चार वैदिक देवताओं- इन्द्र, वरुण, मित्र, नासत्य- का उल्लेख मिलता है | +वहाँ जो [[अभिलेख]] प्राप्त हुए हैं, उनमें चार वैदिक [[देवता|देवताओं]]- [[इन्द्र]], [[वरुण देवता|वरुण]], मित्र, नासत्य- का उल्लेख मिलता है | ||
-मध्य एशिया व तिब्बत के मध्य एक महत्त्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र था | -[[एशिया|मध्य एशिया]] व [[तिब्बत]] के मध्य एक महत्त्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र था | ||
-वेद के मूल ग्रंथ की रचना यहीं हुई थी | -[[वेद]] के मूल [[ग्रंथ]] की रचना यहीं हुई थी | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{महायान बौद्ध धर्म में बोधिसत्व अवलोकितेश्वर को और किस अन्य नाम से जानते हैं?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-12.प्रश्न-76 | {'[[महायान]]' [[बौद्ध धर्म]] में 'बोधिसत्व अवलोकितेश्वर' को और किस अन्य नाम से जानते हैं?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-12.प्रश्न-76 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वज्रपाणि | -वज्रपाणि | ||
-मंजुश्री | -मंजुश्री | ||
+पद्यपाणि | +पद्यपाणि | ||
-मैत्रेय | -[[मैत्रेय]] | ||
{किस जैन रचना में सोलह महाजनपदों का उल्लेख मिलता है?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-13,प्रश्न-91 | {किस [[जैन]] रचना में [[सोलह महाजनपद|सोलह महाजनपदों]] का उल्लेख मिलता है?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-13,प्रश्न-91 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+भगवती सुत्त | +भगवती सुत्त | ||
-14 पूर्व | -14 पूर्व | ||
-आचरांग सूत्र | -आचरांग सूत्र | ||
-पिटक | -[[पिटक]] | ||
{चोलकालीन तमिल के त्रिरत्न में कौन सम्मिलित नहीं था?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-36,प्रश्न-113 | {चोलकालीन तमिल के त्रिरत्न में कौन सम्मिलित नहीं था?(ल्युसेंट स.ज्ञा.,पृ.सं.-36,प्रश्न-113 |
10:57, 9 जनवरी 2014 का अवतरण
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