"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/2": अवतरणों में अंतर
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||अज़ीमुल्लाह ख़ाँ [[मराठा]] [[पेशवा]] [[बाजीराव द्वितीय]] के पुत्र [[नाना साहब]] के वेतन भोगी कर्मचारी थे। उन्होंने [[1857]] ई. का 'सिपाही विद्रोह' कराने में गुप्त रूप से भाग लिया था। 1857 के महासमर के महान राजनितिक प्रतिनिधि और प्रथम राष्ट्रगीत के रचनाकार अज़ीमुल्लाह ख़ाँ का सम्पूर्ण जीवन ब्रिटिश राज के विरुद्ध संघर्ष करते हुए व्यतीत हुआ था। इसका सबूत उनके द्वारा रचित देश के प्रथम राष्ट्रगीत के रूप में भी उपलब्ध है। नाना साहब के प्रथम सलाहकार नियुक्त किए जाने के बाद उन्हें 'दीवान अज़ीमुल्लाह ख़ाँ' के नाम से जाना गया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अज़ीमुल्लाह ख़ाँ]] | ||अज़ीमुल्लाह ख़ाँ [[मराठा]] [[पेशवा]] [[बाजीराव द्वितीय]] के पुत्र [[नाना साहब]] के वेतन भोगी कर्मचारी थे। उन्होंने [[1857]] ई. का '[[सिपाही क्रांति 1857|सिपाही विद्रोह]]' कराने में गुप्त रूप से भाग लिया था। 1857 ई. के महासमर के महान राजनितिक प्रतिनिधि और प्रथम राष्ट्रगीत के रचनाकार अज़ीमुल्लाह ख़ाँ का सम्पूर्ण जीवन ब्रिटिश राज के विरुद्ध संघर्ष करते हुए व्यतीत हुआ था। इसका सबूत उनके द्वारा रचित देश के प्रथम राष्ट्रगीत के रूप में भी उपलब्ध है। नाना साहब के प्रथम सलाहकार नियुक्त किए जाने के बाद उन्हें 'दीवान अज़ीमुल्लाह ख़ाँ' के नाम से जाना गया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अज़ीमुल्लाह ख़ाँ]] | ||
{'अपधर्मी को अपधर्म, परम्परावादी को [[धर्म]] किंतु इत्र विक्रेता के [[हृदय]] को [[गुलाब]] पंखुड़ी का पराग प्रिय होता है।' यह कवित्र किस मध्यकालीन लेखक द्वारा रचा गया है? (पृ. सं. 20 | {'अपधर्मी को अपधर्म, परम्परावादी को [[धर्म]] किंतु इत्र विक्रेता के [[हृदय]] को [[गुलाब]] पंखुड़ी का पराग प्रिय होता है।' यह कवित्र किस मध्यकालीन लेखक द्वारा रचा गया है? (पृ. सं. 20 |
07:42, 1 मार्च 2013 का अवतरण
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