"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/2": अवतरणों में अंतर
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||[[चित्र: | ||[[चित्र:Infosys-Campus-Pune.jpg|right|100px|इन्फोसिस कैंपस, पुणे]]'महाराष्ट्र' को पूरे [[भारत]] का औद्योगिक क्षमता का केंद्र माना जाता है और राज्य की राजधानी [[मुंबई]] देश की वित्तीय तथा वाणिज्यिक गतिविधियों का केंद्र है। राज्य की अर्थव्यवस्था में औद्योगिक क्षेत्र का महत्वपूर्ण स्थान है। खाद्य उत्पाद, [[तंबाकू]] और इससे बनी चीज़ें, सूती कपडा, कपड़े से बना सामान, [[काग़ज़]] और इससे बनी चीज़ें, मुद्रण और प्रकाशन, [[रबर]], प्लास्टिक, रसायन व रासायनिक उत्पाद, बिजली की मशीनें, [[यंत्र]] व उपकरण तथा परिवहन उपकरण और उनके कल पुर्जे आदि का राज्य के औद्योगिक उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[महाराष्ट्र]] | ||
{देश की साख एवं मौद्रिक नीति का निर्माण किसके द्वारा किया जाता है? | {देश की साख एवं मौद्रिक नीति का निर्माण किसके द्वारा किया जाता है? | ||
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-[[कश्मीर]] | -[[कश्मीर]] | ||
-[[झारखण्ड]] | -[[झारखण्ड]] | ||
||[[चित्र: | ||[[चित्र:Orrisa-Map-1.gif|right|100px|उड़ीसा का मानचित्र]][[उड़ीसा]] राज्य की कृषि नीति में आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक का प्रयोग करते हुए, [[दूध]], [[मछली]] और मांस उत्पादन के विकास को विशेष रूप से विकसित करने का प्रयास करके कुल दुग्ध उत्पादन 36 लाख लीटर प्रतिदिन अर्थात 3 लाख लीटर से अधिक तक पहुँचा दिया गया है। डेयरी उत्पादन के विकास के लिए 'ओडिशा दुग्ध फ़ेडरेशन' में राज्य के सभी 30 ज़िलों को सम्मिलित किया गया है। फ़ेडरेशन ने दुग्ध संरक्षण को बढाकर 2.70 लाख लीटर प्रतिदिन तक कर दिया है। ‘स्टैप’ कार्यक्रम के तहत फ़ेडरेशन द्वारा 17 ज़िलों में ‘महिला डेयरी परियोजना’ चल रही हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[उड़ीसा]] | ||
{'राष्ट्रीय विकास परिषद' का पदेन सचिव कौन होता है? | {'राष्ट्रीय विकास परिषद' का पदेन सचिव कौन होता है? |
06:41, 6 अगस्त 2012 का अवतरण
अर्थशास्त्र
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