"मरुभूमि राष्ट्रीय उद्यान": अवतरणों में अंतर
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*जैसलमेर के दक्षिण-पश्चिम में थार के मरूस्थल में तीन हज़ार वर्ग किमी. क्षेत्र में फैला ’राष्ट्रीय मरूउद्यान’ मरू भूमि की वनस्पति, रेतीले भू-भाग और वन्य जीव के लिए विख्यात है। | *जैसलमेर के दक्षिण-पश्चिम में थार के मरूस्थल में तीन हज़ार वर्ग किमी. क्षेत्र में फैला ’राष्ट्रीय मरूउद्यान’ मरू भूमि की वनस्पति, रेतीले भू-भाग और वन्य जीव के लिए विख्यात है। | ||
*दुर्लभ गोडावण पक्षी राष्ट्रीय मरूउद्यान में पाया जाता हैं। | *दुर्लभ गोडावण पक्षी राष्ट्रीय मरूउद्यान में पाया जाता हैं। | ||
*यह इसकी सबसे बड़ी विशेषता है कि इसके अलावा विभिन्न वन्य जीव एवं पक्षी | *यह इसकी सबसे बड़ी विशेषता है कि इसके अलावा विभिन्न वन्य जीव एवं पक्षी बहुतायत में पाये जाते हैं। | ||
*राष्ट्रीय मरूउद्यान बाड़मेर-जैसलमेर ज़िले के 3162 वर्ग कि. मी. क्षेत्रफल में फैला हुआ है। जैसलमेर ज़िले में 1900 वर्ग कि. मी. तथा बाड़मेर ज़िले में 1262 वर्ग कि. मी., यह क्षेत्रफल इन दोनों ज़िलों के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 4.33 प्रतिशत, [[राजस्थान]] प्रदेश की मरुभूमि का 2.1 प्रतिशत तथा भारतवर्ष के [[थार रेगिस्तान]] का 1.6 प्रतिशत है। | |||
*इस क्षेत्र में पाई जाने वाली वनस्पतियाँ एवं प्राणी हमारी बहुमूल्य धरोहर हैं। | |||
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16:59, 1 दिसम्बर 2010 का अवतरण
जैसलमेर | जैसलमेर पर्यटन | जैसलमेर ज़िला |
- जैसलमेर राजस्थान का सबसे ख़ूबसूरत शहर है और जैसलमेर पर्यटन का सबसे आकर्षक स्थल माना जाता है।
- जैसलमेर के दक्षिण-पश्चिम में थार के मरूस्थल में तीन हज़ार वर्ग किमी. क्षेत्र में फैला ’राष्ट्रीय मरूउद्यान’ मरू भूमि की वनस्पति, रेतीले भू-भाग और वन्य जीव के लिए विख्यात है।
- दुर्लभ गोडावण पक्षी राष्ट्रीय मरूउद्यान में पाया जाता हैं।
- यह इसकी सबसे बड़ी विशेषता है कि इसके अलावा विभिन्न वन्य जीव एवं पक्षी बहुतायत में पाये जाते हैं।
- राष्ट्रीय मरूउद्यान बाड़मेर-जैसलमेर ज़िले के 3162 वर्ग कि. मी. क्षेत्रफल में फैला हुआ है। जैसलमेर ज़िले में 1900 वर्ग कि. मी. तथा बाड़मेर ज़िले में 1262 वर्ग कि. मी., यह क्षेत्रफल इन दोनों ज़िलों के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 4.33 प्रतिशत, राजस्थान प्रदेश की मरुभूमि का 2.1 प्रतिशत तथा भारतवर्ष के थार रेगिस्तान का 1.6 प्रतिशत है।
- इस क्षेत्र में पाई जाने वाली वनस्पतियाँ एवं प्राणी हमारी बहुमूल्य धरोहर हैं।
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